नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूफी-संत हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के 722वें उर्स मुबारक के मौके पर उनके अनुयायियों को बधाई संदेश भेजा है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में सभी से हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के बताए हुए रास्ते पर चलने का आह्वान किया है।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि ज्ञान, करुणा और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण सूफी-संतों ने समाज में बंधुत्व, सौहार्द और सद्भावना को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके विचारों ने कला, काव्य, संगीत और चिंतन के माध्यम से अनेकों पीड़ितों को निरंतर प्रेरित किया है। इसी कड़ी में अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ स्मरण किए जाने वाले हजरत निजामुद्दीन औलिया ने अपने जीवन को प्रेम, एकता और दया के प्रसार के लिए समर्पित किया। यह आयोजन उनके जीवन और विचारों को अपनाने का अवसर प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और जन-जन को आध्यात्मिकता, मानवता और साझा मूल्यों से जोड़ती है। उन्होंने कहा कि मैं हजरत निजामुद्दीन औलिया के 722वें उर्स के मौके पर उन्हें नमन करता हूं।
उल्लेखनीय है कि हजरत निजामुद्दीन औलिया का 722वांं उर्स मुबारक दिल्ली की बस्ती निजामुद्दीन स्थित उनकी दरगाह के प्रांगण में मनाया जा रहा है जहां पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूरी अकीदत और एहतराम के साथ अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए आ रहे हैं। हजरत ख्वाजा का यह उर्स 13 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ मोहम्मद ओवैस
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहम्मद शहजाद