मेरा हर बुनकर सोने के समान है और इनकी सुरक्षा व समृद्धि मेरी जिम्मेदारीः सिंधिया

12 Oct 2025 20:04:00
सिंधिया का चंदेरी में इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन स्कीम (आईआईयूएस) प्रोजेक्ट- हैंडलूम पार्क का दौरा


सिंधिया का चंदेरी में इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन स्कीम (आईआईयूएस) प्रोजेक्ट- हैंडलूम पार्क का दौरा


ग्राम फतेहाबाद में 2.08 करोड़ के नए विद्युत उपकेंद्र का शिलान्यास


- केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने हैंडलूम पार्क चंदेरी का दौरा कर दिए आवश्यक निर्देश अशेाक नगर, 12 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि “मेरा हर बुनकर सोने के समान है। आप लोग इस देश के खज़ाना हैं और आपकी सुरक्षा व समृद्धि मेरी जिम्मेदारी है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस योजना में बुनकरों की आय, उत्पादन, तथा हैंडलूम पार्क के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभों का विस्तृत मूल्यांकन शामिल होना चाहिए, ताकि योजना की सफलता को धरातल पर मापा जा सके।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया रविवार को अशोकनगर जिले के तहसील चंदेरी में इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन स्कीम (आईआईयूएस) प्रोजेक्ट- हैंडलूम पार्क का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं परियोजना निदेशकों के साथ बैठक ली। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र की सजीव मिसाल माने जाने वाले इस केंद्र की विस्तृत समीक्षा की और बुनकरों को सीधे लाभ सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन एवं परियोजना हितधारकों को निर्देश दिए। उन्होंने चंदेरी की इस जीवंत परंपरा से जुड़े 6,000 बुनकरों तथा हैंडलूम पार्क में कार्यरत सभी 240 सक्रिय करघों के संचालन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने प्रशासन एवं परियोजना प्रमुख को सख्त निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय से कार्य करते हुए बुनकरी उद्योग के पुनरोद्धार के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार करें।

बुनकरों से संवाद के दौरान सिंधिया ने कहा कि पूरे विश्व में सिर्फ यही छह हजार बुनकर हैं जिनके पास यह हस्तकला का हुनर है। इन हाथों से बनने वाला हर उत्पाद प्रीमियम उत्पाद है। पूरा विश्व मशीनों की ओर भाग रहा है, लेकिन आप सभी हाथों से इन कपड़ों का उत्पादन कर रहे हैं। जो डिजायन और गुणवत्ता आप लोग बना रहे हैं, वो पूरे विश्व में कही नहीं है, इसलिए इसकी मांग बढ़ना और आपका मुनाफा बढ़ना तय है।

सिंधिया ने निर्देश दिये कि इस बात का विस्तृत अध्ययन हो कि हैंडलूम पार्क आने से बुनकरों को कच्चे माल की खरीद से लेकर पैकेजिंग और ब्रांडिंग तक क्या लाभ मिल रहा है, जो उन्हें घर पर नहीं मिलता। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चंदेरी की बुनाई कला प्रदूषित नहीं होनी चाहिए, यानी उत्पादों में किसी भी कीमत पर मिलावट नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बिचौलियों को पूरी तरह से जड़ से खत्म करने पर जोर दिया और बुनकरों को अपनी वेबसाइट बनाकर सीधे ग्राहकों को बिक्री करने का सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश डिजिटल पथ अपनाकर पूरे विश्व के साथ कदमताल कर रहा है, ऐसे में हमारे बुनकर भाइयों को भी डिजिटल इंडिया का लाभ उठाना चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि फैब इंडिया और रॉ मैंगो जैसी खरीददार कंपनियों के कार्यालयों की स्थिति की जाँच की जाए और अधिक से अधिक कंपनियों के कार्यालय यहाँ स्थापित करवाए जाएं, ताकि वे सीधे बुनकरों से खरीद करें।

केन्द्रीय मंत्री ने हैण्‍डलूम पार्क के रखरखाव और वहाँ की मानवीय सुविधाओं पर ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बुनकरों के लिए एक कमरा खाली हो, जहाँ वे रात बिता सकें, और अन्य खाली कमरों को उनके बच्चों के लिए अलग कमरा बनाने पर विचार किया जाए। उन्होंने बुनकरों के लिए एक स्थायी सुविधा के रूप में वीवर सर्विस सेंटर का कार्यालय चंदेरी में ही स्थापित करने के निर्देश दिये, जो वर्तमान में केवल इंदौर में है। उन्होंने वर्ष 2008 में स्थापित की गई 6 केट केम मशीनों की स्थिति की जाँच कर उन्हें तुरंत बहाल करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए निर्देश दिये कि पार्क में मौजूद 240 करघों में से 120 करघों पर महिला बुनकर होनी चाहिए।

सिंधिया ने हैण्‍डलूम पार्क का किया निरीक्षण, बीएससी ग्रेजुएट बुनकर शशांक से किया संवाद

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने रविवार को अशोकनगर जिले के तहसील चंदेरी में हैंडलूम पार्क पहुंचकर बुनकरों से संवाद करते हुए चंदेरी साडी़ बुनाई की बारीकियों के संबंध में जानकारी ली। साथ ही उनकी समस्याओं को सुना, जिस पर तुरंत कार्रवाई के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए। इस दौरान बीएससी स्नातक बुनकर शशांक से मिलकर केन्द्रीय मंत्री प्रभावित हुए, जिसने तीन साल में 100 से अधिक चंदेरी साड़ियाँ बनाकर 03 लाख रुपये से अधिक की कमाई की है। सिंधिया ने शशांक सहित सभी बुनकरों को आश्वासन दिया कि उनकी प्रतिभा और हुनर को सही मंच देने के लिए सरकार कटिबद्ध है। चंदेरी के हस्तकला उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने और उसकी शुद्धता को कायम रखने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ग्राम फतेहाबाद में 2.08 करोड़ के नए विद्युत उपकेंद्र का हुआ शिलान्यास

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने अशोकनगर जिले के चंदेरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम फतेहाबाद में 5 एमवीए क्षमता वाले नए 33/11 केव्‍ही विद्युत उपकेंद्र का शिलान्यास किया। इस परियोजना की कुल लागत 2.08 करोड़ रुपये है। उन्होंने इस अवसर को क्षेत्र की जनता को स्थायी, स्थिर और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल बिजली का एक उपकेंद्र नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र के विकास, समृद्धि और जीवन की सुगमता की नींव है।

इस परियोजना के तहत 1.3 किमी 33 केवी लाइन और 0.5 किमी 11 केवी लाइन बिछाने का कार्य भी किया जाएगा। क्षेत्र के 10 गांवों को मिलेगा लाभ इस उपकेंद्र से चंदेरी नगर के वार्ड नं. 21, 19 और 18 के साथ-साथ तगारी, बांकलपुर, हलनपुर, बराई, मोहनपुर खुर्द, भोजपुर, दविया, गुडावली, देवलखों और पछताना सहित 10 आस-पास के गाँवों के 10,800 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि पहले इन वार्डों और गाँवों को चंदेरी उपकेंद्र से बिजली मिलती थी, जो लगभग 4.5 किलोमीटर दूर स्थित था, जिसके कारण ओवरलोडिंग, बार-बार बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की गंभीर समस्याएँ बनी रहती थीं। उन्होंने आश्वस्त किया कि फतेहाबाद उपकेंद्र के चालू होने से ये सभी समस्याएँ प्रभावी ढंग से हल हो जाएँगी और पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता में सुधार होगा। सिंधिया ने कहा कि यह परियोजना किसानों, छात्रों और व्यापारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी और उन्हें अपने लक्ष्यों को बिना किसी रुकावट के प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने जनता से इस नई सुविधा का समुचित उपयोग करने और बिजली को व्यर्थ न करने का आह्वान किया।___________

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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