नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 15 से 17 अक्टूबर तक यहां भारत मंडपम में आयोजित होने वाली 16वीं अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी (आईआरईई 2025) का उद्घाटन करेंगे।
सीआईआई व्यापार मेला परिषद के अध्यक्ष बी त्यागराजन ने सोमवार को यहां पत्रकारों को बताया कि भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा रेल मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी में चीन और रूस सहित 15 से अधिक देशों के 400 से अधिक प्रदर्शक भाग लेंगे। जो 30 हजार से ज्यादा अत्याधुनिक रेलवे और मेट्रो उत्पादों, नवाचारों और टिकाऊ समाधानों का प्रदर्शन करेंगे। आईआरईई 2025 एक महत्वपूर्ण मंच है जो भारतीय रेलवे को वैश्विक प्रौद्योगिकी दिग्गजों से जोड़ता है। यह भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता को दर्शाता है और साथ ही टिकाऊ एवं कुशल रेलवे समाधानों पर सहयोग को बढ़ावा देता है।
त्यागराजन ने कहा कि रेल मंत्रालय के सहयोग से, आईआरईई 2025 का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, व्यापार साझेदारी को सुविधाजनक बनाना और रेलवे प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती क्षमताओं को प्रदर्शित करना है।
रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (सूचना और प्रचार) दिलीप कुमार ने कहा कि आईआरईई 2025 वैश्विक रेलवे प्रणाली का यह सबसे बड़ा आयोजन है। इसमें 15 से अधिक देशों के निर्माता भाग लेंगे। भारत की बात करें तो भारतीय रेलवे, रेलवे के पीएसयू और जोनल रेलवे की प्रोडक्शन इकाइयां भी इसमें हिस्सा लेंगी। उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में आत्मनिर्भर भारत की महत्ता तो है ही साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘मेड इन भारत’ को बढ़ावा देने में यह आयोजन अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी को मेक इन भारत और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलों के तहत रेल आधुनिकीकरण और विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।
प्रदर्शनी में रोलिंग स्टॉक निर्माण, रेलवे विद्युतीकरण, सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणालियां, स्मार्ट स्टेशन प्रौद्योगिकियां, रेलवे में एआई, स्वचालन, हरित और टिकाऊ परिवहन समाधान को शामिल किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार