नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (हि.स)। कर्नाटक के चार दिवसीय दौरे पर गईं केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को हम्पी में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) के प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत की। उन्होंने पूछा कि उन्हें इस योजना में शामिल होने के लिए किस बात ने प्रेरित किया और इंटर्नशिप के दौरान उनके सीखने और कौशल विकास के अनुभव पर भी चर्चा की।
मंत्रालय के मुताबिक बातचीत के दौरान वित्त मंत्री ने प्रशिक्षुओं से बातचीत में पीएमआईएस के तहत उनके अनुभव और आकांक्षाओं को सुना। उन्होंने प्रशिक्षुओं को उनके पेशेवर सफ़र के लिए मार्गदर्शन और प्रोत्साहन दिया। इस सत्र के दौरान राज्यभर से 60 से ज्यादा प्रशिक्षुओं और इंफोसिस, आईबीएम, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, एनएमडीसी और हनीवेल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस जैसी प्रमुख साझेदार कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना केंद्र की पांच प्रमुख रोजगार और कौशल विकास पहलों में से एक है। ये योजना 1-24 वर्ष की आयु के उन युवाओं को लक्षित करती है, जो शैक्षणिक कार्यक्रमों या औपचारिक रोजगार में नामांकित नहीं हैं। इस योजना का उद्देश्य युवाओं की रोज़गार क्षमता को बढ़ावा देने के लिए अगले पांच वर्षों में भारत भर की अग्रणी कंपनियों में एक करोड़ से ज़्यादा सशुल्क इंटर्नशिप प्रदान करना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर