रावलपिंडी, 16 अक्टूबर (हि.स.)। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बढ़ते सीमा तनाव के बीच पाकिस्तानी सुरक्षाबलाें ने आज दावा किया कि उसने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आपरेशन अज्म-ए-इस्तिहकाम के तहत कई अभियानों में चरमपंथी संगठन फितना अल-खवारिज के 34 उग्रवादियाें काे मार गिराया है।
सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर)ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
सेना ने बताया कि 13 से 15 अक्टूबर के बीच चलाए गए इन अभियानों में उत्तरी वजीरिस्तान, दक्षिणी वजीरिस्तान और बन्नू जिलों में उग्रवादी संगठन के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इनमें फितना अल-खवारिज से जुड़े 34 उग्रवादी मारे गए।
ये अभियान अज्म-ए-इस्तिहकाम का हिस्सा थे, जो विदेश समर्थित उग्रवाद को खत्म करने के उद्देश्य से एक राष्ट्रव्यापी अभियान था।
पहला अभियान उत्तरी वज़ीरिस्तान के स्पिनवाम इलाके में हुआ, जहाँ सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के ठिकानों पर कब्ज़ा कर लिया। यहां भीषण गोलीबारी के बाद, 18 उग्रवादियों को मार गिराया गया।
दक्षिणी वज़ीरिस्तान में, सैनिकों ने खुफिया जानकारी के आधार पर एक और छापेमारी की, जिसमें आठ अन्य उग्रवादी मारे गए।
तीसरी मुठभेड़ बन्नू में हुई, जहाँ भीषण झड़प के बाद आठ चरमपंथी मारे गए।
आईएसपीआर ने कहा कि क्षेत्र में अन्य उग्रवादियों का सफाया करने के लिए तलाशी अभियान जारी है।
इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने उग्रवादियों से निपटने के लिए सुरक्षाबलों की सराहना की है।
नवंबर 2022 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ युद्धविराम समझौता टूटने के बाद से खैबर पख्तूनख्वा और बलोचिस्तान में विद्रोहियों के हमलों में वृद्धि हुई है।
आईएसपीआर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी के अनुसार इस साल 15 सितंबर तक देशभर में कुल 10,115 ऑपरेशन किए गए, जिनमें 970 उग्रवादियों का सफाया हुआ, जबकि 311 सैन्यकर्मी मारे गए।
यह नवीनतम ऑपरेशन पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुआ है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल