नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (हि.स.)। सूफी संत हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जरिए शनिवार को शाम 5 बजे जश्ने चिरागां मनाए जाने के ऐलान के बाद दरगाह कमेटी के जरिए हजरत निजामुद्दीन पुलिस थाना में एक शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें जश्ने चिरागां को रोकने की मांग की गई है। पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र में कहा गया है कि दरगाह कमेटी से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने किसी भी तरह की कोई इजाजत नहीं ली है और अपने तरफ से मीडिया और दूसरे लोगों को जश्ने चिरागां में शामिल होने की दावत दी गई है।
दरगाह के चीफ इंचार्ज काशिफ निजामी का कहना है कि जब दरगाह कमेटी को इस मामले की जानकारी मिली तो सभी ने फैसला किया कि इस जश्ने चिरागों को रोकने के लिए पुलिस की मदद ली जाए। इसी को मद्देनजर रखते हुए दरगाह कमेटी की तरफ से एक शिकायत हजरत निजामुद्दीन थाना पुलिस को दी गई है जिसमें इस जश्ने चिरागां रोकने की मांग की गई है।
उन्होंने बताया कि पिछले साल भी इसी तरह का एक कार्यक्रम यहां पर आयोजित किया गया था जिसमें बैनर आदि लगाया गया था और नारेबाजी वगैरा भी की गई थी और यह कार्यक्रम भी दरगाह कमेटी की बिना इजाजत के किया गया था।
उन्होंने कहा कि दरगाह हजरत निजामुद्दीन औलिया में सभी का स्वागत किया जाता है। यहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी बाबा के दरबार में जाकर हाजिरी देते हैं और अपनी मुरादे मांगते हैं। उन्होंने कहा की दरगाह को राजनीति के अखाड़े से दूर रखने की हमेशा कोशिश की गई है और दरगाह में किसी भी तरह का कोई राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि एमआरएम का जश्ने चिरागा कार्यक्रम पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है इसलिए हमने पुलिस से इसे रोकने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार/ मोहम्मद ओवैस
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