उत्तरकाशी, 19 अक्टूबर (हि.स.)। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 13 सदस्यीय पर्वतारोही दल ने बंदरपूंछ पर्वत शृंखला की सबसे ऊंची चोटी काला नाग पर सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी तिरंगा फहरा दिया है।
पर्यटन विभाग की ओर से चयनित पर्वतारोहियों और भारत तिब्बत सीमा के 13 हिम वीरों ने समुद्रतल से लगभग 6378 मीटर ऊंची चोटी का 12 अक्तूबर को सफल आरोहण किया था।
बता दें कि विश्व पर्यटन दिवस पर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से 17 सदस्यीय दल को जनपद की काला नाग चोटी के आरोहण के लिए हरी झंडी देकर रवाना किया गया था। दल में प्रदेश के सभी जनपदों से 12 पर्वतारोहियों का चयन किया गया था। इसमें चार लोग उत्तरकाशी के और पांच जवान आईटीबीपी के भी शामिल थे। दल ने अक्तूबर प्रथम सप्ताह में काला नाग चोटी के आरोहण के लिए अभियान शुरू किया। इस दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बर्फीले तूफान के बीच दल ने अपने साहस का परिचय देते हुए काला नाग चोटी का सफल आरोहण किया। 17 सदस्यीय दल में से 13 सदस्यों ने 12 अक्तूबर की सुबह करीब सात से आठ बजे के बीच चोटी का सफल आरोहण कर वहां पर तिरंगा फहराया कर दल सकुशल वापस लौट आया है।
जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी मोहम्मद अली खान ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से साहसिक खेलों और पर्वतारोहण को बढ़ावा देने के लिए अभियान का आयोजन किया गया था। काला नाग चोटी यमुनोत्री धाम, मोरी से हिमाचल प्रदेश चल फैली बंदरपूंछ पर्वत शृंखला की सबसे ऊंची चोटी है। वहीं यह गोविंद पशु वन्य जीव विहार के क्षेत्र के तहत आता है। चोटी का सफल आरोहण करने वालों में पंकज संजय, , संगीता दानू, , सुमित, चंदन, किरन, आशीष नेगी और आईटीबीपी के सनोद नेगी, पवन राणा, भूपेंद्र, विनय डिमरी,मुनेंद्र राणा आदि शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल