- वित्त मंत्रालय ने चेन्नई सीमा शुल्क के खिलाफ विंट्रैक इंक के आरोपों की जांच के दिए आदेश
नई दिल्ली, 02 अक्टूबर (हि.स)। केंद्र सरकार ने चेन्नई की लॉजिस्टिक कंपनी विनट्रैक इंक के सीमा-शुल्क अधिकारियों पर लगाए आरोपों की जांच के आदेश दे दिए हैं। कंपनी के आरोपों की गहन जांच करने के लिए राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया गया है।
वित्त मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि चेन्नई सीमा शुल्क के खिलाफ विंट्रैक इंक के आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि विनट्रैक इंक की तरफ से लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की गहन जांच के लिए राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया गया है।
मंत्रालय ने एक्स पोस्ट पर जारी बयान में कहा कि सरकार ने मेसर्स विंट्रैक इंक (चेन्नई) द्वारा उठाए गए मामले का संज्ञान लिया है। वित्त मंत्रालय ने राजस्व विभाग (डीओआर) को वर्तमान मुद्दे की निष्पक्ष, पारदर्शी और तथ्य पर आधारित जांच करने के लिए कहा गया है। मंत्रालय ने बताया कि राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को विस्तृत तथ्यात्मक जांच करने, इससे संबंधित पक्षों और अधिकारियों की सुनवाई करने और सभी प्रासंगिक दस्तावेजी साक्ष्यों की गहन जांच करने के लिए नियुक्त किया गया है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि हाल के वर्षों में सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाने और व्यापार में सुगमता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से करदाता चार्टर को अपनाना, फेसलेस सीमा शुल्क प्रक्रियाओं की शुरुआत और विवाद समाधान के लिए अपीलीय निकायों की स्थापना जैसी करदाता-अनुकूल पहलों की एक श्रृंखला लागू की है। इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है और सरकार कानून के अनुसार उचित और शीघ्र कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह दोहराया जाता है कि सरकार व्यापार में सुगमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बीच सीमा-शुल्क विभाग की नियामक संस्था केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने इस संदर्भ में ‘एक्स’ पोस्ट पर कहा कि यह मामला आयातक द्वारा गलत घोषणा और गलत वर्गीकरण से संबंधित है। सीबीआईसी ने कहा, ‘‘सभी तथ्यों की विधिवत जांच की जाएगी और कानून के तहत जरूरी कार्रवाई की जाएगी।’’
आयात कंपनी विनट्रैक इंक ने एक अक्टूबर को ‘एक्स’ पोस्ट पर चेन्नई के सीमा शुल्क अधिकारियों पर उत्पीड़न और रिश्वत की मांग का आरोप लगाते हुए अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की थी। गणेशन ने कहा कि उनके आयातित माल को चेन्नई सीमा शुल्क विभाग ने रोक लिया था और सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा मांगी गई रिश्वत का भुगतान करने के बाद ही माल छोड़ा गया था।
उल्लेखनीय है कि चेन्नई स्थित विनट्रैक इंक के संस्थापक प्रवीण गणेशन ने आज ‘एक्स’ पर एक वीडियो भी डाला है। उन्होंने इस वीडियो में जनवरी 2025 से अब तक की घटनाओं का विवरण देते हुए कहा कि इस वजह से उन्हें अपना कारोबार बंद करना पड़ा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर