मप्र में धूमधाम से मनाया गया विजयादशमी पर्व, रावण दहन के साथ जमकर हुई आतिशबाजी

02 Oct 2025 23:46:31
रावण दहन के साथ जमकर हुई आतिशबाजी


रावण दहन के साथ जमकर हुई आतिशबाजी


रावण दहन के साथ जमकर हुई आतिशबाजी


भोपाल, 02 अक्टूबर (हि.स.)। देश के साथ पूरे मध्य प्रदेश में भी गुरुवार को विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से दिनभर जहां शस्त्र पूजन चलता रहा, तो वहीं शाम को रावण दहन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर तक जारी रहा। राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में गांव-गांव, शहर-शहर रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। भोपाल के कोलार में प्रदेश का सबसे ऊंचा 105 ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया। खरगोन, खंडवा और नर्मदापुरम समेत कई शहरों में जमकर आतिशबाजी की गई। वहीं भगवान श्रीराम की शोभायात्रा भी निकाली गई।

राजधानी भोपाल में विजयादशमी पर्व अलग-अलग हिस्सों में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। इस वर्ष भोपाल के कोलार स्थित दशहरा मैदान पर प्रदेश का सबसे ऊंचा 105 फीट का रावण का पुतला बनाया गया, जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। हिंदू उत्सव समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा भी आयोजन स्थल तक पहुंची। रावण के साथ मेघनाद और कुंभकर्ण के भी पुतले बनाए गए थे। भोपाल के लगभग हर बड़े क्षेत्र जैसे शाहजहांनाबाद, नेहरू नगर, करोंद, अवधपुरी, भेल, जहांगीराबाद, कलियासोत और एमपी नगर में अलग-अलग समितियों द्वारा दशहरा महोत्सव आयोजित किए गए, जहां हजारों लोग रावण दहन के साक्षी बने। विट्ठल मार्केट दशहरा मैदान में 54 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। आयोजन में मंत्री विश्वास सारंग भी उपस्थित रहे।

इधर, टीटी नगर दशहरा मैदान पर भी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। यहां रावण दहन से पहले भोपाल पुलिस बैंड ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी और फिर आतिशबाजी के साथ पुतलों को अग्नि के हवाले किया गया। आयोजन स्थल बिट्टन मार्केट मैदान पर जैसे ही रावण का पुतला जला, जय श्रीराम के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।

इंदौर में भी दशहरे पर करीब एक हजार से ज्यादा स्थानों पर बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक स्वरूप रावण के पुतलों का दहन किया गया। रावण के पुतलों के साथ मेघनाथ, कुंभकर्ण व लंका का भी दहन हुआ। दशहरा मैदान पर शहर का सबसे ऊंचा रावण का पुतला दहन किया गया। यहां 111 फीट ऊंचे रावण के साथ ही 250 फीट की लंका भी जलाई गई। अधिकांश जगह शाम 7 बजे के बाद रावण दहन हुआ। इसके अलावा शहर के चिमन बाग मैदान पर 111 फीट के रावण के पुतले का दहन हुआ। उषा गंज छावनी में 51 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। इसी तरह छावनी दो नंबर स्कूल में 100 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसने आंख से अंगारे निकाले। सभी स्थानों पर आकर्षक आतिशबाजी की गई।

दशहरा महोत्सव समिति के संयोजक सत्यनारायण सलवाडिया व समिति के अध्यक्ष पिंटू जोशी ने बताया कि दशहरा मैदान पर 7.30 बजे 111 फीट ऊंचा रावण दहन किया गया। इसे लोहे के एंगल की मदद से खड़ा किया गया था। यहां 250 फीट की लंका भी तैयार की गई। रावण दहन के पहले प्रताप चौराहा से दशहरा मैदान तक भव्य शोभायात्रा निकली, जिसमें रामजी और हनुमानजी के वेश में युवा शामिल हुए। रावण दहन से पहले राम-रावण युद्ध हुआ और उसके बाद आतिशबाजी की गई। इंदौर जिले में दशहरे के दूसरे दिन 3 अक्टूबर को स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। यह अवकाश बैंक और कोषालय में लागू नहीं होगा।

उज्जैन में रावण का पुतला दहन के पहले ही तेज आंधी से नीचे गिर गया। इसमें एक कर्मचारी घायल हो गया। यहां गिरे हुए पुतले का ही दहन किया गया। वहीं रतलाम में रावण का पुतला अधूरा जला। नीचे-नीचे का हिस्सा तो जल गया। धड़ खड़ा रह गया। जिसके बाद क्रेन की मदद से पुतले के ऊपर पेट्रोल डाला गया। इसके बाद भी रावण का सिर्फ चेहरा ही जला। अभी भी रावण का पुतला अधूरा जला रह गया है। ग्वालियर के डबरा में तय समय से पहले ही रावण का पुतला जल गया। आतिशबाजी से निकली चिंगारी से रावण के पुतले में आग लग गई। देर रात अधिकांश शहरों और कस्बों में रावण दहन का सिलसिला जारी रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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