भोपाल, 20 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में सोमवार को दीपावली का उत्सव धूमधाम से मनाया गया है। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में लोगों ने अपने-अपने घर, प्रतिष्ठान में मां लक्ष्मी का पूजन कर दीप जलाए। इसके बाद जमकर आतिशबाजी की, जिससे आसमान रंग-बिरंगी रोशनी से सराबोर नजर आया। देर रात तक पटाखों की आवाज गूंजती रही। सभी बड़े शहरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
दीपावली पर सोमवार को उत्साह का माहौल रहा। प्रदेशभर में लोग सुबह से लक्ष्मी पूजा की तैयारियों में जुटे हुए थे। व्यापारी लक्ष्मीजी के पूजन के लिए अपनी दुकानों, मकानों की सफाई करते देखे गए। ठेले वाले अशोक के पत्ते, माला आदि लेकर खड़े हो गए थे। लोगों ने पत्ते, फूल आदि खरीदकर दुकानों, मकानों पर सजाए। लोगों ने अपनी दुकानों, मकानों और ऑफिसों में लक्ष्मी जी का पूजन पूरे विधि विधान से किया। शाम होते ही दीपावली की असली चमक नजर आई। शहर रंग बिरंगी रोशनी में नहाए नजर आए। बाजारों में अलग ही रौनक बिखरी हुई थी। हर तरफ आतिशबाजी का शोर सुनाई दे रहा था। आसमान में अलग-अलग रंग के पटाखों की रोशनी देखते ही बन रही थी। वहीं, बच्चे अपने बड़ों के चरण छूकर आशीर्वाद लेते नजर आए।
प्रदेश के सभी शहरों में शाम 7 बजे से शहर का आसमान आतिशबाजी से गूंजने लगा। राजधानी भोपाल के नए और पुराने शहर में लोगों ने जमकर पटाखे जलाए। वहीं दूसरी ओर दीपावली पर रात में जबलपुर में तेज बारिश शुरू हो गई, जिससे बारिश ने लोगों की तैयारियों में बाधा पहुंचा दी। लोगों ने सुबह से ही जो तैयारियां की थीं, रात को धरी की धरी रह गई। रात तक तेज बारिश से लोगों का उत्साह कम हो गया। तेज बारिश के बाद तेज बादल की गर्जना के चलते पूरा शहर अंधकारमय हो गया। देर रात तक बारिश और बूंदाबांदी जारी रही। लोगों ने बारिश के बीच ही आतिशबाजी की।
ग्वालियर में दीपावली के मौके पर ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े लक्ष्मी मंदिर जौरासी घाटी पर विशेष पूजा की गई है। पूरे विधि विधान से शाम पांच बजे यह पूजन शुरू हुआ तो 7 बजे तक चला। इस विशेष पूजन में जीवाजी विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला (वर्तमान में मेरठ यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर) ने भी भाग लिया है। मंदिर में पूजन के बाद दीप माला जलाई गई है। शहर के लोगों ने इसमें भाग लिया। शहर के लोगों ने दीपावली के शुभ मुहूर्त में पूजन कर दीपावली का त्योहार मनाया। पूजन के बाद परिवार में मिठाइयां बांटी गई और फिर आतिशबाजी की गई। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से अपील की गई थी कि रात 7 से 10 बजे तक ही पटाखे चलाएं, लेकिन दीपावली का त्योहार हो और आतिशबाजी न हो ऐसा नहीं हो सकता है, इसलिए देर रात तक पटाखे चले।
रामराजा सरकार मंदिर 2100 दीयों की रोशनी से जगमगायाइधर, मप्र की अयोध्या कहे जाने वाले प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ओरछा स्थित रामराजा सरकार मंदिर परिसर दीपावली पर 2100 दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। इन दीयों से 'रामराजा सरकार की जय' की आकृति बनाई गई, जिससे पूरा मंदिर सुनहरी आभा में नहाया हुआ प्रतीत हो रहा था। कार्यक्रम की शुरुआत निवाड़ी कलेक्टर जमुना भिड़े ने अपने परिवार के साथ पूजन-अर्चन कर की। उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश पटेरिया भी मौजूद थे। पंडित वीरेंद्र बिदुआ ने पूजा कराई।
कलेक्टर ने नागरिकों से स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग की अपील भी की, इसे भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। दीपोत्सव के दौरान मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ। 'जय श्री राम' के नारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में दीप जलाकर प्रभु श्रीरामराजा को नमन किया, वहीं मंदिर में रंगोली और दीपमाला भी सजाई गई थी। शाम के समय जब मंदिर के शिखर पर दीप प्रज्वलित हुए तो पूरे ओरछा नगर में एक सुनहरी आभा फैल गई, जिसने इस पर्व की भव्यता को और बढ़ा दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर