(अपडेट) रेल मंत्री और जापान के मंत्री ने सूरत हाई-स्पीड रेल परियोजना स्थल का दौरा किया

03 Oct 2025 20:47:31
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और  जापान के मंत्री हिरोमासा नाकानो सूरत हाई-स्पीड रेल (एचएसआर) निर्माण स्थल का दौरा करते हुए


सूरत/मुंबई, 3 अक्टूबर (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जापान के भूमि, आधारभूत संरचना, परिवहन और पर्यटन मंत्री हिरोमासा नाकानो के साथ सूरत हाई-स्पीड रेल (एचएसआर) निर्माण स्थल का दौरा किया।

रेल मंत्रालय के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने परियोजना के महत्वपूर्ण हिस्सों की समीक्षा की, जिनमें ट्रैक स्लैब लेयिंग कार और ट्रैक स्लैब एडजस्टमेंट फैसिलिटी शामिल थे। दोनों मंत्रियों ने काम की गुणवत्ता और गति पर संतोष व्यक्त किया और निर्माण की तेजी की सराहना की। हाल ही में रेल मंत्री ने सूरत स्टेशन के पास पहला ट्रैक टर्नआउट इंस्टॉलेशन भी देखा था।

इसके बाद दोनों नेता वंदे भारत एक्सप्रेस से सूरत से मुंबई पहुंचे और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में बन रहे भूमिगत बुलेट ट्रेन स्टेशन का जायजा लिया। जापानी मंत्री और उनके दल ने वंदे भारत की गुणवत्ता की सराहना की। बीकेसी स्टेशन की खुदाई 30 मीटर गहराई तक चल रही है, जो लगभग 10 मंजिला इमारत के बराबर है। इसमें प्लेटफॉर्म, कंकॉर्स और सर्विस फ्लोर सहित तीन स्तर होंगे। 84 प्रतिशत खुदाई कार्य पहले ही पूरा हो चुका है।

सितंबर 2025 तक परियोजना में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। कुल 508 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में से 323 किलोमीटर वायाडक्ट और 399 किलोमीटर पियर कार्य पूरा हो चुका है। 17 नदी पुल, 5 पीएससी पुल और 9 स्टील पुल तैयार किए जा चुके हैं। 211 किलोमीटर ट्रैक बेड बन चुका है और 4 लाख से अधिक नॉइज़ बैरियर्स लगाए जा चुके हैं।

पालघर में सात पर्वतीय सुरंगों की खुदाई चल रही है। बीकेसी से शिलफाटा तक बनने वाली 21 किलोमीटर लंबी एनएटीएम सुरंग में 5 किलोमीटर तक ब्रेकथ्रू हासिल हो चुका है। सूरत और अहमदाबाद में रोलिंग स्टॉक डिपो का निर्माण प्रगति पर है। गुजरात के सभी स्टेशनों पर सुपरस्ट्रक्चर कार्य अंतिम चरण में है, जबकि महाराष्ट्र में तीनों एलिवेटेड स्टेशनों पर काम शुरू हो चुका है।

यह दौरा भारत और जापान के बीच भारत की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना को आगे बढ़ाने में मजबूत सहयोग को दर्शाता है।

इससे पहले जापान के मंत्री हिरोमासा नाकानो का आज सूरत हवाईअड्डे पर पारंपरिक गरबा से स्वागत किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

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