गाजा के लिए सहायता बेड़े को इज़राइल द्वारा रोके जाने से यूरोप में विरोध प्रदर्शनों की लहर

03 Oct 2025 20:37:31

तेल अवीव/यरूशलम, 3 अक्टूबर (हि.स.)। इज़राइली नौसैनिक बलों द्वारा गाजा पट्टी से कुछ सौ समुद्री मील दूर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में वैश्विक सुमुद फ्लोटिला (जीएसएफ) को रोके जाने के बाद पूरे यूरोप में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जीएसएफ गाजा के लिए समुद्री मार्ग से भेजा जाने वाला एक व्यापक मानवीय सहायता काफिला है।

यहां जारी मीडिया खबराें के मुताबिक यात्रा के आयोजकों ने बताया कि इज़राइली सेना ने स्थानीय समयानुसार बुधवार शाम काे गाजा जाने वाले कई सहायता जहाजों को रोका और उन पर सवार हो गए।

जीएसएफ ने एक बयान में कहा ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला के कई जहाजों विशेष रूप से अल्मा, सीरियस, अदारा को इज़राइली सुरक्षा बलों ने अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में अवैध रूप से रोका और उन पर सवार हो गए।

जीएसएफ एक वैश्विक नागरिक पहल है और गाजा पर इज़राइल की नौसैनिक नाकाबंदी को चुनौती देने वाला अब तक का सबसे बड़ा मिशन है। इस बेड़े में 40 से अधिक देशों के राजनेता, शिक्षाविद, पत्रकार, डॉक्टर और प्रचारक सहित लगभग 500 प्रमुख कार्यकर्ता और सहायता सामग्री मौजूद है।

यूरोपीय मीडिया संस्थानों के अनुसार इजराइल की इस कार्रवाई के विराेध में इटली के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं। नेपल्स में प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय रेलवे स्टेशन पर धावा बोल दिया और उसकी पटरियों पर कब्ज़ा कर लिया। रोम के टर्मिनी और ट्यूरिन के पोर्टा नुओवा में भी इसी तरह की हलचल देखी गई जहाँ भीड़ गाजा के समर्थन में नारे लगा रही थी। इटली की कुछ ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान भी किया ।

इस बीच स्पेन में बार्सिलोना में सैकड़ों लोग गाजा के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए इज़राइली वाणिज्य दूतावास के बाहर इकट्ठा हुए। जर्मनी में बर्लिन और ब्रुसेल्स में भी इसी तरह के प्रदर्शन हुए। गुरुवार को ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भी सैकड़ों लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए ।

गाैरतलब है कि यूरोपीय देशों ने बुधवार को इज़राइल से गाजा जाने वाले सहायता जहाजों पर सवार अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। पुर्तगाली अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उसके एक सांसद सहित तीन नागरिकों को हिरासत में लिया गया है।

इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने मानवीय सहायता काफिले काे राेके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की । फ्रांस और स्पेन ने भी इस बाबत चिंता व्यक्त की और इज़राइल से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, उनके वाणिज्य दूतावास संरक्षण के अधिकार की गारंटी देने और उन्हें शीघ्र स्वदेश वापस लाैटने की अनुमति देने का आग्रह किया।

इस बीच फ़्लोटिला के प्रतिनिधिमंडलका हिस्सा रहे प्रोग्रेसिव इंटरनेशनल के सह-महासमन्वयक डेविड एडलर ने बुधवार को एक्स पोस्ट में लिखा, कई इज़राइली नौसैनिक जहाजों ने हमारे काफिले पर धावा बोला। उन्होंने हमारे जहाजों पर हमला किया, हमारे चालक दल को धमकाया और हमारे संचार माध्यमों को बाधित किया। हम हमले के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। हम प्रक्रियाएँ जानते हैं। हम प्रोटोकॉल जानते हैं। जब वे हमारी नावों पर चढ़ेंगे, तो हम विरोध नहीं करेंगे। हम तैयार हैं।

एडलर ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य गाजा के लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए समुद्र में एक स्थायी गलियारा स्थापित करना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल

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