-केंद्रीय गृह मंत्री ने देखा तीन नए कानूनाें के क्रियान्वयन की प्रक्रिया का लाइव डेमोचंडीगढ़, 3 अक्टूबर (हि.स.)। धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र, जिसने गीता का अमर संदेश पूरी दुनिया को दिया, आज न्याय प्रणाली में विश्वास के स्वर्णिम युग का गवाह बना। अवसर था—संसद द्वारा मई 2023 में पारित तीन नए आपराधिक कानूनों—भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम-2023—पर आधारित प्रदर्शनी के उद्घाटन का। देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में लगाई गई इस प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ किया और इसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया का लाइव डेमो भी देखा।
कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की कार्यशैली की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि सैनी न केवल मृदुभाषी और हंसमुख व्यक्तित्व के स्वामी हैं बल्कि मेहनती और दूरदर्शी नेता भी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजऩ विकसित भारत, 2047 को हरियाणा की धरती पर उतारने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रयासों की प्रशंसा की।
अमित शाह ने कार्यक्रम के दौरान हरियाणा की जनता के लिए गृह, सहकारिता, शिक्षा, स्वास्थ्य और सडक़ से जुड़ी करोड़ों रुपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री सैनी गरीब-केंद्रित योजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में एक विशेष प्रदर्शन के जरिए दिखाया गया कि डायल 112 पर सूचना मिलते ही पुलिस किस तेजी से कार्रवाई करती है और किस प्रकार न्यायालय तक दोषी को सजा दिलाने की पूरी प्रक्रिया संपन्न होती है। इस डेमो को प्रदर्शनी स्थल पर एलईडी पैनलों के माध्यम से लाइव दिखाया गया, जिससे लोगों में न्याय प्रणाली के प्रति नए विश्वास की स्थापना हुई। आज का यह आयोजन न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, जब न्याय प्रणाली में विश्वास का एक नया अध्याय कुरुक्षेत्र से शुरू हुआ।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा