नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र का योगदान राष्ट्रीय विकास की धारा से सीधा जुड़ा है और यहां के लोग शिक्षा, प्रशासन, व्यापार और तकनीकी समेत विभिन्न क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाड़ौती की संस्कृति, परंपराएं और पहचान हम सभी की साझा धरोहर हैं जिन्हें आगे बढ़ाना सबकी जिम्मेदारी है।
ओम बिरला शनिवार को नई दिल्ली के पूसा स्थित डॉ. एस.सी. सुब्रह्मण्यम ऑडिटोरियम में आयोजित 6वें हाड़ौती स्नेह मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह स्नेह मिलन केवल सामाजिक कार्यक्रम नहीं बल्कि हमारी विरासत और सांस्कृतिक पहचान को सहेजने का संकल्प है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हाड़ौती का व्यक्ति चाहे दुनिया में कहीं भी चला जाए, उसकी बोली और जुड़ाव हमेशा हाड़ौती से ही रहेगा। कोटा का पत्थर, कोटा का धनिया, कोटा डोरिया साड़ी और कोटा की कचोरी अब केवल देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पहचान बना चुके हैं।
ओम बिरला ने क्षेत्रवासियों से अपील की कि वे अपने गांव-कस्बों में जाते समय लोगों की समस्याओं और मुद्दों को उनके कार्यालय तक पहुचाएं। चाहे किसी मरीज का इलाज कराना हो, पेंशन संबंधी दिक्कत हो या खाद्य सुरक्षा योजना से नाम जोड़ना हो, उनके कार्यालय के दरवाजे हाड़ौती क्षेत्र के हर व्यक्ति के लिए खुले हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि गांवों और कस्बों के लोग, विशेषकर युवा पीढ़ी, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में सफलता प्राप्त करने वालों से प्रेरणा लें और क्षेत्र के लोगों की मदद करें। हाड़ौती ऐसा कार्यक्षेत्र रहा है जहां कभी दो जून की रोटी का संकट नहीं रहा और यहां के लोग विस्थापन से अपेक्षाकृत दूर रहे हैं।
समारोह में बड़ी संख्या में दिल्ली और अन्य हिस्सों से आए हाड़ौती क्षेत्र के लोग शामिल हुए। लोककला, लोकगीत और पारंपरिक परिधानों ने कार्यक्रम को विशेष रंग दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर