(अपडेट) फ्लैट लिस्टिंग के बाद एमपीके स्टील्स के शेयरों में आई तेजी, मुनाफे में आईपीओ निवेशक

06 Oct 2025 18:20:31
फ्लैट लिस्टिंग के बाद एमपीके स्टील्स के शेयरों पर लगा अपर सर्किट


नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (हि.स.)। स्ट्रक्चरल स्टील प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी एमपीके स्टील्स के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मामूली बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की। हालांकि लिस्टिंग के बाद खरीदारी के सपोर्ट से थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 79 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 1.20 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 80 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद हुई लिवाली के कारण कंपनी के शेयर उछल कर 84 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। हालांकि थोड़ी देर बाद ही मुनाफा वसूली के कारण हुई बिकवाली के कारण अपर सर्किट ब्रेक हो गया। पूरे दिन के कारोबार के बाद एमपीके स्टील्स के शेयर 83.50 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 5.70 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।

एमपीके स्टील्स का 25.74 करोड़ रुपये का आईपीओ 26 से 30 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.54 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 19.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 0.65 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 0.58 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 32,57,600 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 3.11 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 6.05 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की आय में लगातार तेजी का रुख बना रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को कुल 138.85 करोड़ रुपये की आय हुई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 189.17 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 208.03 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।

इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 14.54 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में घट कर 13.94 करोड़ रुपये हो गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज उछल कर 18.48 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 11.61 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 14.72 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 17.31 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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