हर शहर को सुरक्षित, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार बनाना होगा: तोखन साहू

08 Oct 2025 22:37:01
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने मंगलवार को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में विश्व आवास दिवस 2025 मनाया।


नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि यदि हम लचीलापन में निवेश करें, स्थानीय निकायों को सशक्त बनाएं और जनसहभागिता पर आधारित साझेदारी को बढ़ावा दें, तो हमारे शहर न केवल संकटों से उबर पाएंगे बल्कि विकास के सशक्त केंद्र बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य हर शहर को सुरक्षित, समावेशी, टिकाऊ और भविष्य के लिए तैयार बनाना है।

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने मंगलवार को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में विश्व आवास दिवस 2025 मनाया। इस वर्ष का विषय था ‘संकट से निपटने के लिए शहरी समाधान’, जिसका उद्देश्य शहरों को अधिक लचीला, समावेशी और स्थायी बनाना रहा।

कार्यक्रम में मंत्रालय के सचिव श्रीनिवास कतिकीथला, अतिरिक्त सचिव सतिंदर पाल सिंह, संयुक्त सचिव कुलदीप नारायण, संयुक्त राष्ट्र भारत के प्रतिनिधि शॉम्बी शार्प सहित मंत्रालय और उसकी विभिन्न संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

तोखन साहू ने कहा कि सतत शहरी विकास किसी भी देश की प्रगति का आधार होता है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे शहरों का निर्माण करना चाहिए, जहां हर नागरिक को सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि भारत का संकल्प है कि हमारे सभी शहर संकटों से जूझने में सक्षम हों और हर चुनौती से अधिक मजबूत होकर उभरें।

मंत्रालय के सचिव श्रीनिवास कतिकीथला ने कहा कि शहरी संकटों से निपटने के लिए नीतियों को इस दिशा में केंद्रित करना होगा कि शहरों का ढांचा, सामाजिक व्यवस्था और अर्थव्यवस्था अधिक मजबूत और लचीली बन सके। उन्होंने कहा कि भारत की नीति यह है कि चुनौतियों को अवसरों में बदलकर इन्हें भविष्य की समृद्धि का आधार बनाया जाए।

उन्होंने बताया कि मंत्रालय की प्रमुख योजनाएं प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), अमृत योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना और स्वच्छ भारत मिशन समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने तथा सामाजिक समावेशन और आर्थिक प्रगति को साथ लेकर चलने के उद्देश्य से बनाई गई हैं।

कार्यक्रम के दौरान मंत्रालय से जुड़ी संस्थाओं हडको, राष्ट्रीय आवास बैंक, राष्ट्रीय सहकारी आवास महासंघ, केंद्रीय सरकारी कर्मचारी कल्याण आवास संगठन और भवन अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी परिषद की कई प्रकाशन सामग्रियां जारी की गईं। इनमें “श्रेष्ठ प्रथाओं का संकलन” नामक पुस्तक भी शामिल थी, जिसमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत अपनाई गई सफल पहलों का विवरण दिया गया है।

इस अवसर पर विद्यालयी और विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया।

विकसित भारत 2047 की भावना को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में तीन विषयों पर विचार गोष्ठियां आयोजित की गईं। इनमें शहरी और आसपास के क्षेत्रों का एकीकरण, शहरी बाढ़ की चुनौती और उसके समाधान, तथा समानता पर आधारित शहरों का निर्माण शामिल रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर

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