कोलकाता, 09 अक्टूबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नगरकाटा इलाके में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह इस हमले के मामले में की गई पहली कार्रवाई है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान अकमरल हक और गोविंद शर्मा के रूप में हुई है। एक आरोपित को नगरकाटा से जबकि दूसरे को जयगांव से पकड़ा गया है। दोनों पर सोमवार को हुए पथराव और हमले में शामिल होने का आरोप है।
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर अहमद ने गुरुवार सुबह दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए जांच पड़ताल चल रही है। सोमवार को भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों का जायजा लेने पहुंचे थे। इसी दौरान आरोप है कि तृणमूल से जुड़े लोगों ने उन पर पथराव कर हमला कर दिया। भाजपा ने इस हमले के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “बंगाल में टीएमसी का जंगलराज चरम पर है। हमारे वरिष्ठ आदिवासी नेता और दो बार के सांसद खगेन मुर्मू पर तब हमला किया गया जब वे बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जा रहे थे। यह घटना राज्य की भयावह कानून-व्यवस्था का उदाहरण है।”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए इसे “निंदनीय” बताया और कहा कि “राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद दयनीय है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे पार्टी सहयोगियों—सांसद और विधायक—पर हमला यह दिखाता है कि कैसे टीएमसी सरकार जनता की सेवा करने वालों के खिलाफ हिंसा का सहारा ले रही है। मैं राज्य सरकार से अपील करता हूं कि वह हिंसा छोड़ राहत कार्यों पर ध्यान दे।”
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में भर्ती सांसद खगेन मुर्मू से मिलने पहुंचीं। मुर्मू मालदह उत्तर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और फिलहाल उपचाराधीन हैं। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने सारी जानकारी ली है। उनका शुगर लेवल बहुत अधिक है, इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। मैंने उन्हें जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दी हैं।”
इसी बीच, मंगलवार को भाजपा विधायक मनोज कुमार ओरांव पर भी उनके कुमारग्राम विधानसभा क्षेत्र में हमला हुआ। भाजपा का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ओरांव पर तब हमला किया जब वे बाढ़ राहत सामग्री वितरित कर रहे थे। ओरांव को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा, “मैं बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहा था, तभी अचानक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मुझे घेर लिया और हमला कर दिया। यह टीएमसी के शासन में लोकतंत्र की स्थिति है।”
हालांकि टीएमसी ने सभी आरोपों से इनकार किया है। एक स्थानीय नेता ने कहा, “मनोज ओरांव ने पहले एक वृद्ध व्यक्ति पर हमला किया था। उसी के विरोध में लोगों ने प्रतिक्रिया दी। भाजपा के आरोप निराधार हैं।” भाजपा ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए टीएमसी पर “आतंकी राजनीति” का आरोप लगाया है। पार्टी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जब भी भाजपा कार्यकर्ता उत्तर बंगाल के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आते हैं, टीएमसी हिंसा पर उतर आती है। ममता बनर्जी के शासन में जनता के साथ खड़ा होना भी अपराध बन गया है।” पार्टी ने इस पोस्ट के साथ घायल विधायक की तस्वीरें और क्षतिग्रस्त वाहनों के दृश्य भी साझा किए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर