
नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। जमात-ए-इस्लामी हिंद के
उपाध्यक्ष प्रो. सलीम इंजीनियर ने बिहार विधानसभा चुनाव में मतदाताओं से बिना डर और भय के अपने विवेक से एक ऐसी सरकार चुनने की अपील की है, जो बिहार के विकास और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करे और बेरोजगारी को दूर कर सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी सरकार सभी को एक साथ लेकर चलने, बंटवारे और नफरत के बिना लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का काम करने वाली होनी चाहिए।
अपने दिल्ली के जामिया नगर स्थित मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में
प्रो. सलीम इंजीनियर ने कहा कि बिहार के मतदाता पहले से ही काफी जागरुक हैं और अपने हितों को ध्यान में रखकर ही मतदान करते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के जरिए दिए जाने वाले लालच और प्रलोभन में बिहार के मतदाताओं को नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ राजनीतिक दल नफरत का वातावरण व्याप्त कर और लोगों को डरा कर मत प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसे राजनीतिक दलों से सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार में इस समय चुनाव चल रहा है और कई स्थानों से हिंसक घटनाओं की खबरें भी आ रही हैं। इस तरह की घटनाएं समाज को तोड़ने और मतदाताओं को एक खास दल के लिए एकजुट करने का प्रयास भी हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग से भी बिहार में निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव कराने की अपील करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग की भूमिका पर सभी की नजर है। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ और अच्छे लोकतंत्र के लिए चुनाव आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और चुनाव आयोग को सभी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरह से एसआईआर कराया गया और वहां पर बहुत सारे लोगों के मतों को काटा गया, उसको लेकर भी इस चुनाव में चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं।
इसके अलावा उन्होंने देश में महिलाओं के प्रति लगातार बढ़ रहे अपराधों पर भी चिंता व्यक्त की है। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध चिंता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों को पुलिस प्रशासन रोक पाने में असफल साबित हो रहा है। महिलाओं के प्रति अपराधों में ब्लात्कार, यौन उत्पीड़न और हत्या जैसे मामले काफी बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित को इंसाफ मिलने में हमेशा देरी होती है, इस वजह से महिलाओं के प्रति अपराध में कमी नहीं आ पा रही है। इस तरह के मामले में त्वरित न्याय प्रक्रिया को अपनाने की जरुरत है और पीड़ित के प्रति सहानुभूति निभाने की जरूरत है।
हिन्दुस्थान समाचार/मोहम्मद ओवैस
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहम्मद शहजाद