बामाको, 10 नवम्बर (हि.स.)। अफ्रीकी संघ (African Union) ने माली में लगातार बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए तत्काल अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई और खुफिया जानकारी साझा करने की अपील की है। पश्चिम अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में सक्रिय एक अल-कायदा से जुड़ा जिहादी संगठन पिछले दो महीनों से ईंधन आपूर्ति पर नाकेबंदी लगाए हुए हैं, जिसके कारण स्कूल, अस्पताल और व्यवसाय बंद होने को मजबूर हैं।
यह संगठन, जमात नुसरत अल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम), सितंबर से ईंधन टैंकरों पर हमले कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि समूह अब माली पर नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश कर सकता है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और इटली जैसे देशों ने अपने नागरिकों को माली छोड़ने की सलाह दी है।
अफ्रीकी संघ आयोग के अध्यक्ष महमूद अली यूसुफ ने जारी बयान में कहा, “माली की तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति बेहद चिंताजनक है। आतंकवादी समूहों ने नाकेबंदी कर दी है, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित की है और नागरिकों के लिए मानवीय संकट को गहरा कर दिया है।” उन्होंने साहेल क्षेत्र के प्रभावित देशों के बीच सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
माली को 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद अफ्रीकी संघ से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद माली, नाइजर और बुर्किना फासो की सैन्य सरकारों ने पश्चिम अफ्रीकी संगठन ECOWAS से भी अलगाव कर लिया और रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाया।
जेएनआईएम ने इस वर्ष तीनों देशों में सैन्य ठिकानों पर सैकड़ों सैनिकों को मारने का दावा किया है। सोमवार को समूह की मीडिया इकाई ने कहा कि उनके लड़ाकों ने उत्तरी टिंबकटू क्षेत्र के सूम्पी में 48 सैनिकों को मार गिराया और 100 से अधिक को घायल किया। माली की सेना ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इसके अलावा, जेएनआईएम ने तीन मिस्रवासियों का अपहरण किया है। यूसुफ ने उनकी तत्काल रिहाई की मांग की है। अक्टूबर में रिपोर्ट आई थी कि समूह ने संयुक्त अरब अमीरात के दो नागरिकों को 50 मिलियन डॉलर की फिरौती के बाद छोड़ा था।
इस बीच, राजधानी बामाको में दो सप्ताह बाद स्कूलों को फिर से खोला गया, जिन्हें ईंधन की कमी के कारण बंद करना पड़ा था।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय