


न्यूयॉर्क, 10 नवंबर (हि.स.)। अमेरिका में न्यूयार्क के प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वायर पर कुछ हिंदू संगठनों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई, पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ एवं कुछ अन्य न्यायाधीशों के हिन्दू विरोधी रवैये और बयानबाज़ी के खिलाफ शनिवार को प्रदर्शन किया तथा उनसे हिंदुओं से माफ़ी मांगने और इस्तीफ़ा देने की मांग की।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उनके अल्प वस्त्रों वाले चित्रों और उनके विरुद्ध कटाक्ष वाले बयानों के बड़े बड़े कट आउट प्रदर्शित किये। भारी तादाद में जुटे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि गवई को उनकी हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए दुनिया भर के हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, हम ऐसे न्यायाधीशों के इस्तीफे की मांग करते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने उनकी जिन टिप्पणियों पर आपत्ति जताई है, उसमें 'लिंग' को 'पुरुष जननांग'के रूप में निरूपित करना भी शामिल है। रैली में ऐसे ही अन्य हिंदू-विरोधी और भ्रष्ट न्यायाधीशों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक इस्लामी संगठन की याचिका पर, उच्चतम न्यायालय ने न्यायपालिका की भागीदारी के बिना सरकार को सरकारी ज़मीन पर दावा करने से भी रोक लगा दी है। यह मूल रूप से वक्फ अधिनियम की जगह ले रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने ऐसे न्यायाधीशों को खतरनाक 'माफिया' करार देते हुए आरोप लगाया कि ये सभी हिंदू धर्म को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान न्यायपालिका के साथ राष्ट्र की प्रगति असंभव है। देश में कुल पांच करोड़ से ज़्यादा मामले लंबित हैं और अकेले उच्चतम न्यायालय में ही सात लाख मामले लंबित हैं फिर भी ये न्यायाधीश तीन महीने की छुट्टी लेते है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल