
गोवा, 12 नवम्बर (हि.स.)। शतरंज की दुनिया में भारतीय खिलाड़ियों के लगातार शानदार प्रदर्शन की आदत सी हो गई है, लेकिन विश्व कप के चौथे राउंड में कुछ अलग नजारा देखने को मिला — किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने जीत हासिल नहीं की। दो भारतीय खिलाड़ियों वी. प्रणव और कार्तिक वेंकटरमन को हार का सामना करना पड़ा और वे टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
हालांकि, दोनों युवा खिलाड़ियों ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया। प्रणव, जो 60वीं वरीयता से शुरुआत कर रहे थे, को उज़्बेकिस्तान के नोदिर्बेक याकूबोएव ने हराया, जबकि कार्तिक वेंकटरमन, जो 109वीं वरीयता के साथ उतरे थे, को वियतनाम के ले क्वांग लियेम ने मात दी। दोनों भारतीय खिलाड़ी ‘राउंड ऑफ 32’ तक पहुंचने में सफल रहे, जो अपने आप में एक सराहनीय उपलब्धि है।
अब भारत की उम्मीदें तीन दिग्गज खिलाड़ियों — अर्जुन एरिगैसी, आर. प्रज्ञानानंदा और पी. हरिकृष्णा — पर टिकी हैं, जिन्हें अगले दौर में पहुंचने के लिए गुरुवार को होने वाले टाई-ब्रेकर्स जीतने होंगे।
अर्जुन एरिगैसी, जो टूर्नामेंट की दूसरे नंबर की वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हैं, ने हंगरी के पीटर लेको के खिलाफ ड्रॉ खेला। वहीं, तीसरी वरीयता प्राप्त आर. प्रज्ञानानंदा का मुकाबला रूस के दानिल डुबोव से बराबरी पर छूटा। पी. हरिकृष्णा ने भी स्वीडन के निल्स ग्रांडेलियस के साथ ड्रॉ खेलते हुए अंक साझा किए।
कुल 16 बोर्डों पर खेले गए मैचों में सिर्फ तीन निर्णायक परिणाम आए। इनमें जर्मनी के अलेक्ज़ेंडर डॉन्शेंको ने अपने हमवतन मैथियास ब्लूबाउम को हराया। इसके अलावा ले क्वांग लियेम और नोदिर्बेक याकूबोएव ने भी जीत दर्ज कर सीधे पांचवें राउंड में प्रवेश किया।
पूर्व विश्व चैंपियन लेवोन अरोनियन (आर्मेनिया) और शानदार फॉर्म में चल रहे जोसे मार्टिनेज़ अलकांतारा (मेक्सिको) भी अंतिम 16 में जगह बनाने में सफल रहे। मंगलवार को जीत दर्ज करने के बाद उन्हें दूसरे गेम में सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी।
अपने 35 चालों के ड्रॉ के बाद अरोनियन ने मजाकिया अंदाज़ में कहा, “मेरा लक्ष्य सिर्फ ड्रॉ हासिल करना था, यह कुछ ऐसा था जैसे एनबीए में टाइम पास करते हुए मैच खत्म करना।”
वहीं, अलकांतारा ने कहा, “मैं अपने समर्थकों का धन्यवाद करना चाहता हूं मैक्सिको और पेरू से जिनके लिए मैंने पहले खेला था।”
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय