डेफलिंपिक्स 2025 : बैडमिंटन स्टार जर्लिन जयारत्चगन भारत की ध्वजवाहक होंगी, खेल मंत्री ने खिलाड़ियों को दी शुभकामनाएं

12 Nov 2025 21:59:00
बैडमिंटन स्टार जर्लिन जयारत्चगन


नई दिल्ली, 12 नवम्बर (हि.स.)। भारत की बैडमिंटन सनसनी और तीन बार की गोल्ड मेडलिस्ट जर्लिन जयारत्चगन को टोक्यो में होने वाले डेफलिंपिक्स 2025 के लिए भारत का ध्वजवाहक चुना गया है। यह प्रतियोगिता 15 से 26 नवम्बर तक आयोजित होगी। भारत इस बार अब तक का सबसे बड़ा 111 सदस्यीय दल भेज रहा है।

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में बुधवार को आयोजित भव्य समारोह में केंद्रीय खेल सचिव हरी रंजन राव ने भारतीय दल को शुभकामनाओं के साथ विदाई दी और टीम की आधिकारिक जर्सी और किट का अनावरण किया। खिलाड़ियों का पहला जत्था 13 नवम्बर (गुरुवार) को टोक्यो रवाना होगा।

केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने भारतीय दल को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “भारत की प्रगति अब विशेष खिलाड़ियों के वैश्विक आयोजनों में भी झलकती है। समावेशिता और उत्कृष्टता के हमारे लक्ष्य के तहत यह गर्व की बात है कि हम अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल डेफलिंपिक्स में भेज रहे हैं। यह केवल पदकों की बात नहीं, बल्कि पूरी क्षमता से प्रतिस्पर्धा करने की भावना का उत्सव है।”

भारत इस बार 11 खेलों में हिस्सा लेगा — एथलेटिक्स, बैडमिंटन, गोल्फ, जूडो, कराटे, शूटिंग, स्विमिंग, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, कुश्ती और टेनिस।

डेफलिंपिक्स का आयोजन इंटरनेशनल कमेटी ऑफ स्पोर्ट्स फॉर द डेफ (आईसीएसडी) द्वारा किया जाता है और यह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के संरक्षण में दुनिया का दूसरा सबसे पुराना मल्टी-स्पोर्ट इवेंट है।

भारत की गर्वित प्रतिनिधि — जर्लिन जयारत्चगन

तमिलनाडु की मदुरै की रहने वाली 20 वर्षीय जर्लिन ने अपने पहले डेफलिंपिक्स में 2017 में भाग लिया था, जब वह मात्र 13 वर्ष की थीं। ब्राजील में आयोजित 2021 समर डेफलिंपिक्स (2022 में हुए) में उन्होंने तीन स्वर्ण पदक — महिला सिंगल्स, मिक्स्ड डबल्स और टीम इवेंट — जीतकर इतिहास रचा। उन्हें 2022 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, और वे यह सम्मान पाने वाली भारत की पहली महिला डेफलिंपियन बनीं।

ध्वजवाहक बनने पर जर्लिन ने कहा- “यह मेरे लिए गर्व और भावनाओं से भरा क्षण है। तीसरे डेफलिंपिक्स में भाग ले रही हूँ, लेकिन पहली बार देश का तिरंगा लेकर मैदान में उतरूंगी। यह केवल मेरे लिए नहीं, बल्कि हर उस खिलाड़ी के सपनों की जिम्मेदारी है जो इस दल का हिस्सा है।”

भारत की शूटिंग टीम से भी बड़ी उम्मीदें हैं, खासकर धनुष श्रीकांत से, जिन्होंने पिछले डेफलिंपिक्स में दो स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने कहा, “भारत का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात है। मैं इस बार भी अपने देश के लिए स्वर्ण जीतने की पूरी कोशिश करूंगा।”

2021 डेफलिंपिक्स (ब्राजील) में भारत ने 39 पुरुष और 26 महिला खिलाड़ियों के साथ हिस्सा लिया था और कुल 16 पदक (8 स्वर्ण, 1 रजत, 7 कांस्य) जीतकर 77 देशों में 9वां स्थान हासिल किया था — जो भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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