राष्ट्रपति मुर्मु को बोत्सवाना पहुंचने पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर, दोनों देशों के बीच होंगे अनेक समझौतों पर हस्ताक्षर

12 Nov 2025 05:00:01
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंच चुकी हैं। यह फोटो राष्ट्रपति भवन ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किए हैं।


भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंच चुकी हैं। यह फोटो राष्ट्रपति भवन ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किए हैं।


भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंच चुकी हैं। यह फोटो राष्ट्रपति भवन ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किए हैं।


गबोरोन (बोत्सवाना), 12 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अफ्रीका की अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण में बोत्सवाना पहुंच चुकी हैं। उनका सर सेरेत्से खामा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बोत्सवाना के राष्ट्रपति एडवोकेट डूमा गिदोन बोको ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। भारतीय राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास राष्ट्रपति भवन के एक्स हैंडल पर यह जानकारी भारतीय समयानुसार आधीरात के बाद फोटो समेत साझा की गई।

राष्ट्रपति भवन ने एक्स पोस्ट पर लिखा, अफ्रीका की अपनी दो-देशीय यात्रा के अंतिम चरण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बोत्सवाना के गबोरोन स्थित सर सेरेत्से खामा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की बोत्सवाना की पहली राजकीय यात्रा है।'' इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मु आठ से 11 नवंबर तक अपने दौरे के पहले चरण अंगोला में अपने कार्यक्रमों के समापन के बाद बोत्सवाना की अपनी यात्रा के लिए लुआंडा से रवाना हुईं। उन्होंने यह यात्रा अपने अंगोलाई समकक्ष जोआओ लौरेंको के निमंत्रण पर की।

भारतीय राष्ट्रपति बोत्सवाना के अपने समकक्ष के निमंत्रण पर पहुंची हैं। उनका कार्यक्रम 13 नवंबर तक निर्धारित है। यह यात्रा भारत-बोत्सवाना संबंधों के लिहाज से मील का पत्थर है। बोत्सवाना में दोनों पक्ष व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स, रक्षा और लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। दोनों देश कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे।

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बोत्सवाना की राष्ट्रीय सभा को भी संबोधित करेंगी। वो सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगी। बोत्सवाना ने प्रोजेक्ट चीता पर भारत के साथ सहयोग करने और बोत्सवाना से भारत में चीतों के संभावित स्थानांतरण के प्रति तत्परता व्यक्त की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

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