
नई दिल्ली, 12 नवंबर (हि.स.)। इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती बम धमाके के बाद सुरक्षा चिंताओं के चलते कम से कम आठ श्रीलंकाई क्रिकेटर पाकिस्तान छोड़कर स्वदेश लौट रहे हैं। मीडिया को दिए बयान में श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के एक अधिकारी ने बुधवार को इसकी पुष्टि की।
मंगलवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 घायल हुए। इस हमले के बाद खिलाड़ियों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
एसएलसी के एक सूत्र ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ कल होने वाला दूसरा वनडे अब संदेह में है, लेकिन त्रिकोणीय श्रृंखला को जारी रखने के लिए स्थानापन्न खिलाड़ियों को भेजा जाएगा।”
एसएलसी अध्यक्ष शाम्मी सिल्वा ने बताया कि बोर्ड टूर्नामेंट में आगे की भागीदारी को लेकर जल्द ही एक औपचारिक बयान जारी करेगा। उन्होंने इससे अधिक जानकारी देने से इनकार किया।
गौरतलब है कि मार्च 2009 में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के बाहर श्रीलंकाई टीम बस पर आतंकवादी हमले में छह खिलाड़ी घायल हुए थे। उस घटना के बाद लगभग एक दशक तक अंतरराष्ट्रीय टीमें पाकिस्तान में खेलने से बचती रहीं।
मंगलवार को रावलपिंडी में खेले गए पहले वनडे में पाकिस्तान ने श्रीलंका को छह रनों से हराया था। इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बावजूद यह मैच निर्धारित समय पर खेला गया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि हमले के बाद श्रीलंकाई टीम की सुरक्षा और अधिक कड़ी कर दी गई है। श्रृंखला के शेष मुकाबले गुरुवार और शनिवार को रावलपिंडी में खेले जाने हैं, लेकिन अब उनका आयोजन अनिश्चित नजर आ रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे