
नई दिल्ली, 13 नवंबर (हि.स.)। वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितताओं के बीच भारत सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 45 हजार करोड़ रुपए के बूस्टर पैकेज की घोषणा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सुधार वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के निर्यात प्रोत्साहन से जुड़े फैसले देश की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूत करेंगे, आपूर्ति श्रृंखलाओं को सशक्त बनाएंगे और रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने तीन अलग-अलग एक्स पोस्ट्स में कहा कि ये निर्णय आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर एक्सपोर्टर्स से निर्यातकों को सुचारु व्यावसायिक संचालन में सहायता मिलेगी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति और मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि यह कदम भारतीय उद्योग की स्थिरता, आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन को भी बढ़ावा देगा।
एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ की गूंज अब विश्व बाजार में और अधिक प्रभावशाली ढंग से सुनाई देगी। उन्होंने बताया कि एक्सपोर्ट प्रमोशन मिशन (ईपीएम) से निर्यात प्रतिस्पर्धा में सुधार होगा, एमएसएमई क्षेत्र, नए निर्यातक और श्रम-प्रधान उद्योगों को विशेष लाभ मिलेगा। इस मिशन के तहत प्रमुख हितधारकों को जोड़कर एक प्रभावी और परिणामोन्मुख व्यवस्था तैयार की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने बुधवार को वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए 45 हजार करोड़ रुपए के बूस्टर पैकेज की घोषणा की है। इसमें 25,060 करोड़ रुपए का आवंटन एक्सपोर्ट प्रमोशन मिशन के तहत और 20 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान निर्यातकों से जुड़ी क्रेडिट गारंटी स्कीम के विस्तार के लिए किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर