
नया मंगलूरु पोर्ट प्राधिकरण के स्वर्ण जयंती समारोह में 1,500 करोड़ रुपये के 16 इंफ्रास्ट्रक्चर और 113 सीएसआर प्रोजेक्ट का शुभारंभ
मंगलूरु, 13 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि भारत अब वैश्विक समुद्री ताकत के रूप में तेजी से उभर रहा है और 2030 तक दुनिया के हर पांच में से एक नाविक भारतीय होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का समुद्री क्षेत्र आत्मनिर्भरता, नवाचार और सतत विकास की दिशा में नई ऊंचाइयां छू रहा है।
सोनोवाल गुरुवार को नया मंगलूरु पोर्ट प्राधिकरण (एनएमपीए) के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने 1,500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 16 इंफ्रास्ट्रक्चर और 113 सीएसआर परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एनएमपीए वर्ष 2047 तक 100 मिलियन टन कार्गो हैंडलिंग का लक्ष्य हासिल करेगा।
सोनोवाल ने कहा कि यह स्वर्ण जयंती केवल एक संस्था का नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के उस विजन का उत्सव है जो समुद्री विरासत और नवाचार की भावना पर आधारित है। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुंबई में हुए इंडिया मरी टाइम वीक 2025 में देशभर में 12 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें से 52 हजार करोड़ रुपये के एमओयू अकेले एनएमपीए ने किए।
उन्होंने मंगलूरु मरीन कॉलेज एंड टेक्नोलॉजी (एमएमसीटी) के नव-नवीनीकृत परिसर का भी उद्घाटन किया और इसे समुद्री शिक्षा में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सीफेयरिंग राष्ट्र है, जहां नाविकों की संख्या 2014 में 1.08 लाख से बढ़कर 3.2 लाख हो गई है।
सोनोवाल ने कहा कि एनएमपीए अब 92 प्रतिशत मशीनीकृत पोर्ट बन चुका है और 100 प्रतिशत सौर ऊर्जा से संचालित होता है। उन्होंने ‘हरित कार्गो कन्सेशन नीति’ को हरित विकास और समुद्री नवाचार का प्रतीक बताया।
उन्होंने बताया कि कर्नाटक में सगरमाला कार्यक्रम के तहत 6,526 करोड़ रुपये की 32 परियोजनाएं चल रही हैं और आठ नई परियोजनाओं पर 420.89 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 960 एकड़ भूमि पोर्ट आधारित उद्योगों के लिए आवंटित की गई है, जिससे 68 हजार करोड़ रुपये के निवेश और 7,500 करोड़ रुपये की वार्षिक आय की संभावना है।
सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की पोर्ट क्षमता 1,400 एमटीपीए से बढ़कर 2,700 एमटीपीए हो गई है और क्रूज पर्यटन में पांच गुना वृद्धि हुई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर