कराची, 13 नवंबर (हि.स.)। इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा चिंताओं के बीच पाकिस्तान ने श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की सुरक्षा के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोइन नक़वी ने गुरुवार को संसद में यह जानकारी दी।
गृह मंत्री ने बताया कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने श्रीलंका के रक्षा मंत्री प्रमिथा बंदारा टेनाकून को टीम की पूर्ण सुरक्षा की गारंटी दी है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोइन नकवी ने कहा, “हमारी सेना और अर्धसैनिक बल श्रीलंकाई टीम की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।” उन्होंने बताया कि आत्मघाती हमले के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने पाकिस्तान में रहने को लेकर गंभीर चिंता जताई थी, लेकिन सरकार और श्रीलंकाई अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है।
उन्होंने कहा, “श्रीलंका के राष्ट्रपति ने खुद टीम से बातचीत की और उन्हें श्रृंखला जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।”
सूत्रों के अनुसार, जिस होटल में श्रीलंकाई टीम ठहरी हुई है और जहां मैच खेले जा रहे हैं, दोनों स्थान हमले की जगह से 10 किलोमीटर से भी कम दूरी पर हैं।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने बुधवार को बताया था कि विस्फोट के बाद कई खिलाड़ियों ने वापस लौटने की इच्छा जताई थी। हालांकि, बोर्ड ने टीम को वहीं रुकने का निर्देश दिया, यह कहते हुए कि पाकिस्तान ने “फूलप्रूफ सुरक्षा” की गारंटी दी है। जिन खिलाड़ियों ने वापसी की इच्छा जताई है, उनके निर्णय की बाद में समीक्षा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को इस्लामाबाद की एक अदालत के बाहर हुए आत्मघाती विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी और 27 घायल हुए थे, यह पिछले एक दशक में राजधानी का सबसे घातक हमला था। इसके अलावा, वाना में उग्रवादियों ने एक सैन्य स्कूल पर हमला किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि सुरक्षाबलों ने छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया और हमलावरों को ढेर कर दिया।
पाकिस्तान ने इन हमलों के लिए अफगानिस्तान स्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया और भारत पर समर्थन देने का आरोप लगाया, हालांकि काबुल और नई दिल्ली दोनों ने इसे खारिज किया। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इन घटनाओं ने देश को “युद्ध की स्थिति” में ला दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय