
नई दिल्ली, 15 नवंबर (हि.स.)। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आदिवासी अस्मिता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मनोहर लाल, शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर धरती आबा को नमन किया। इन नेताओं ने बिरसा मुंडा के उलगुलान आंदोलन, जल-जंगल-जमीन की रक्षा और जनजातीय अस्मिता के लिए उनके योगदान को याद किया और झारखंड स्थापना दिवस पर भी राज्यवासियों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने झारखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती की बधाई देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की इस धरती के प्रतिभाशाली और कर्मठ लोगों ने राज्य का ही नहीं, पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। राष्ट्रपति ने कहा कि प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है और यहां की जनजातीय लोक-कलाओं की देश-विदेश में प्रतिष्ठा है। राष्ट्रपति ने राज्य की निरंतर प्रगति और सभी नागरिकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन शौर्य, पराक्रम और समाज को नई दिशा देने की शक्ति का प्रतीक है। उनका कार्य और सोच आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। गडकरी ने जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब भारत विदेशी शासन की बेड़ियों में जकड़ा था, तब धरती आबा बिरसा मुंडा ने अपने अदम्य साहस और संघर्ष से अंग्रेजी हुकूमत को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। बिरसा मुंडा के योगदान ने स्वतंत्रता संघर्ष को नई दिशा दी।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान आंदोलन का बिगुल बिरसा मुंडा ने ही फूंका था। मातृभूमि और संस्कृति की रक्षा के लिए उनका अविस्मरणीय संघर्ष राष्ट्रसेवा के लिए अनंतकाल तक प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने उन्हें नमन किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा कि जल-जंगल-जमीन और आदिवासी अस्मिता की रक्षा के लिए अंग्रेजी शासन के विरुद्ध उलगुलान करने वाले बिरसा मुंडा का जीवन देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा। उन्होंने झारखंड स्थापना दिवस पर राज्य के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं दीं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा का साहस और संघर्ष आदिवासी न्याय और अस्मिता की लड़ाई में निरंतर प्रेरित करता रहेगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा ने परतंत्रता की बेड़ियां काटने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने अन्याय और शोषण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों को लोहे के चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। उनका जीवन प्रेरणा का अमर स्रोत है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने लिखा कि जब जंगलों पर ब्रिटिश अत्याचार बढ़ रहा था, तब एक युवा जननायक बिरसा मुंडा उलगुलान की पुकार लेकर उभरे। जनजातीय समाज के अधिकार, स्वाभिमान और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए उनका संघर्ष भारतीय स्वतंत्रता यात्रा का एक प्रेरक अध्याय है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि धरती आबा का जीवन स्वाधीनता, समानता और सामाजिक न्याय की मिसाल है। आदिवासी समाज और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा हेतु उनका संघर्ष इतिहास में सदैव अमिट रहेगा और आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर