मप्र के मुख्यमंत्री ने महिला क्रिकेट विश्वकप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली खिलाडी क्रांति गौड़ को दिया एक करोड़ का चेक

15 Nov 2025 20:08:01
जबलपुर में आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह


जबलपुर में आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह


- जनजातीय गौरव दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले समुदाय के युवा भी हुए सम्मानित भोपाल, 14 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छतरपुर जिले की महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ को एक करोड़ का चेक और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

जबलपुर में आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशिष्ट उपलब्धियां प्राप्त करने वाले जनजातीय समुदाय के युवाओं, चित्रकारों और सिकल सेल एनीमिया पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टर्स को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में पद्मश्री अर्जुन सिंह धुर्वे, फुलझारिया बाई, उजियारो बाई, विक्रम अवॉर्डी रागिनी मार्को, सृष्टि सिंह तथा राज्‍य शासन के सहयोग से विदेश में अध्‍ययन करने वाले विद्यार्थी आशाराम पालवी एवं रवि मेड़ा को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुजरात के नर्मदा जिले से राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह का सीधा प्रसारण किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के इस वर्चुअल संबोधन का सभी ने श्रवण किया तथा उनके आह्वान पर देश के सभी जनजातीय वीरों और जननायकों को नमन किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उईके विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतियोगी परीक्षा पास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति समूह (पीवीटीजी) के चयनित 6 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र दिया गया। कक्षा 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जनजातीय वर्ग के दो मेधावी विद्यार्थियों को महाराजा शंकर शाह और रानी दुर्गावती मेधावी पुरस्कार प्रदान किए गए। अतिथियों द्वारा जनजातीय कार्य विभाग की योजनाओं की एक ही स्थान पर एकीकृत जानकारी के लिए तैयार शालिनी एप का लोकार्पण किया गया। अतिथियों द्वारा शासन की वि‍भिन्न योजनाओं के तहत चयनित जनजातीय वर्ग हितग्राहियों को हितलाभ वितरण भी इस अवसर पर किया गया।

राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में देशभर में बीते पांच सालों से भगवान बिरसा मुंडा की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शासन के कानूनों, कर-वसूली और जंगल पर कब्ज़े के खिलाफ जनजातीय समाज ने अपने तरीके से स्वराज का ध्वज उठाया और मध्य प्रदेश लंबे समय तक अंग्रेजों के लिए सबसे कठिन क्षेत्र बन गया था। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता का दीया सबसे पहले मध्य प्रदेश की पावन धरती में ही जला था और यह दीया जलाने का जिम्मा भी हमारे जनजातीय वीरों ही उठाया था। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में नमक सत्याग्रह ने ही जंगल सत्याग्रह की नींव रखी। सिवनी के जंगलों में हुआ 'टुरिया सत्याग्रह' जनजातीय वीरों और वीरांगनाओं के शौर्य और साहस का जीवंत प्रमाण है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश के बड़वानी, आलीराजपुर और जबलपुर में जनजातीय वर्ग के लिए विशेष आयोजन हुए। इनमें केंद्र और प्रदेश के कई मंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों को वर्चुअली संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में सबसे अधिक जनजातीय आबादी मध्य प्रदेश में है। रानी दुर्गावती ने 500 साल पहले अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी। इसके साथ ही हमारे कई जनजातीय नायकों- टंट्या मामा, खाज्या नायक, भीमा नायक, शंकर शाह, रधुनाथ शाह, छितू किराड़ ने अपनी जल, जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजों से संघर्ष किया। भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी संस्कृति और गौमाता की रक्षा करते हुए आजादी की लड़ाई लड़ी। मात्र 25 साल की छोटी सी उम्र में भारत माता की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

उन्होंने कहा कि जबलपुर की धरती पर गोंडवाना के शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह ने देशभक्ति की सबसे बड़ी मिसाल पेश की। निमाड़ की पावन धरती पर भील योद्धा भीमा नायक ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए। खंडवा-बुरहानपुर के टांट्या भील ने अंग्रेजी राज की कमर तोड़ दी। झाबुआ-आलीराजपुर में खाज्या नायक ने क्रांतिवीरों को संगठित कर अंग्रेजों को खुली चुनौती दी। भोपाल की रानी कमलापति ने विदेशी ताकतों के आगे झुकने के बजाय स्वाभिमान का रास्ता चुना। मंडला-जबलपुर की अमर नायिका महारानी दुर्गावती विदेशी शासन के विरुद्ध जनजातीय प्रतिरोध की सबसे बड़ी प्रेरणा बनी। महारानी दुर्गावती ने अपने जीवन में अकबर और शेरशाह सूरी से कुल 52 युद्ध लड़े और इनमें से 51 युद्ध जीते।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकौशल की धरती को एक से बढ़कर एक जनजातीय नायकों की जन्मभूमि और कर्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है। महाकौशल की माटी गोंड शासकों के अदम्य शौर्य, साहस और सुशासन की साक्षी है। गोंडवाना के प्रतापी महाराजा शंकरशाह और उनके वीर पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह ने 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में क्रांति की ज्वाला प्रज्ज्वलित की। राष्ट्रभक्ति भावपूर्ण कविता लिखने पर इन दोनों को तोप से उड़ा दिया गया था।

उन्होंने कहा कि आज प्रदेशभर के जनजातीय भाई-बहनों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के लिए कुल 662 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 133 विकास कार्यों की सौगात दी गई है। इसमें 564 करोड़ रुपये से अधिक लागत के 106 विकास कार्यों का लोकार्पण और 98 करोड़ से अधिक लागत के 27 विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इसके साथ ही हमने शालिनी ऐप का भी लोकार्पण भी किया है।

उन्होंने कहा कि जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत संचालित सभी कन्या छात्रावास और आश्रमों का नाम अब वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर रखा जाएगा। इसी प्रकार बालक छात्रावासों को भी अब महाराजा शंकर शाह के नाम पर संचालित किया जाएगा। उन्होंने जनजातीय छात्रावासों के बेहतर संचालन के लिए छात्रावास अधीक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती की आवश्यकता बताते हुए अगले वर्ष से प्रदेश के 5000 छात्रावासों के अधीक्षकों की भर्ती करने की घोषणा की। कार्यक्रम को जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह व लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम के आरंभ में राज्यपाल मंगु भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव का जनजातीय समुदाय की पारम्परिक वेशभूषा और मोर मुकुट पहनाकर आत्मीय स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगीत वंदे मातरम् गायन एवं समापन राष्ट्रगान जन-गण-मन गायन से हुआ। आयोजन के दौरान आदिवासी धर्मगुरुओं को बिरन माला पहनाकर सम्मानित किया गया, वहीं धर्मगुरुओं ने भी राज्‍यपाल एवं मुख्‍यमंत्री का आत्मीय स्वागत कर वातावरण को और अधिक गरिमामय बना दिया।

राज्‍यपाल एवं मुख्‍यमंत्री ने उपस्थित जनसमुदाय पर पुष्प वर्षा कर सौहार्द्र और सम्मान का अनूठा संदेश दिया। जनजातीय कला की समृद्ध परंपरा को नमन करते हुए अतिथियों को गोंडी पेंटिंग भेंट की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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