पाकिस्तान में हाई-स्पीड डीजल छह रुपये प्रति लीटर हुआ महंगा, अब देने होंगे 284.44 रुपये

16 Nov 2025 06:40:01
प्रतीकात्मक


इस्लामाबाद, 16 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान में हाई-स्पीड डीजल (एचएसडी) में छह रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी आज से प्रभावी हो गई। इस बढ़ोतरी के साथ अब उपभोक्ताओं को एक लीटर एचएसडी खरीदने के लिए 284.44 रुपये चुकाने होंगे। फिलहाल यह बढ़ोतरी 15 दिन के लिए की गई है। पाकिस्तान का अधिकांश परिवहन क्षेत्र एचएसडी पर ही निर्भर है।

डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, संघीय सरकार ने शनिवार को पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन अगले एक पखवाड़े के लिए हाई-स्पीड डीजल की कीमत में छह रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी। वित्त विभाग की एक अधिसूचना के अनुसार, 16 नवंबर से एचएसडी की नई कीमत 284.44 रुपये प्रति लीटर होगी।

अधिसूचना के अनुसार, सरकार ने तेल एवं गैस नियामक प्राधिकरण (ओजीआरए) और संबंधित मंत्रालयों विचार-विमर्श के बाद पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में संशोधन किया है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का अधिकांश परिवहन क्षेत्र एचएसडी पर निर्भर है। इसकी कीमत मुद्रास्फीतिकारी मानी जाती है।

एचएसडी का ईंधन के तौर पर प्रयोग भारी परिवहन वाहन, ट्रेनों और कृषि इंजनों जैसे ट्रक, बस, ट्रैक्टर, ट्यूबवेल और थ्रेसर में किया जाता है। इसकी कीमत बढ़ने का असर विशेष रूप से सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों पर पड़ता है। पेट्रोल का उपयोग मुख्य रूप से निजी परिवहन, छोटे वाहनों, रिक्शा और दोपहिया वाहनों में किया जाता है। यह मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के बजट को सीधे प्रभावित करता है।

सरकार पेट्रोल और डीजल दोनों पर लगभग 99 रुपये प्रति लीटर शुल्क लेती है। हालांकि सभी पेट्रोलियम उत्पादों पर सामान्य बिक्री कर (जीएसटी) शून्य है, फिर भी सरकार पेट्रोल लेवी और जलवायु समर्थन लेवी के कारण डीजल पर 79.50 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल और उच्च-ऑक्टेन उत्पादों पर 80.52 रुपये प्रति लीटर शुल्क लेती है।

इसके अलावा पेट्रोल और एचएसडी पर लगभग 17-18 रुपये प्रति लीटर सीमा शुल्क भी लिया जाता है। वितरण और बिक्री मार्जिन का लगभग 17 रुपये प्रति लीटर तेल कंपनियों और उनके डीलरों को जाता है। पेट्रोल और एचएसडी की खपत 7,00,000 से 8,00,000 टन प्रति माह है, जबकि केरोसिन की खपत लगभग 10,000 टन है। देश में पेट्रोलियम लेवी संग्रह वित्त वर्ष 2025 में 1.161 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया है। चालू वित्त वर्ष में इसमें लगभग 27 प्रतिशत वृद्धि होने का अनुमान है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

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