एसआईआर लोकतंत्र की मजबूती का सबसे प्रभावी साधनः तरूण चुघ

16 Nov 2025 23:47:00
ग्वालियर-चंबल संभाग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआरआई) को लेकर आयोजित संभागीय बैठक


ग्वालियर-चंबल संभाग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआरआई) को लेकर आयोजित संभागीय बैठक


ग्वालियर, 16 नवम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। एसआईआर एक पूरी तरह सामान्य, नियमित और संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसका पालन हर सरकार, चाहे किसी भी दल की हो अनिवार्य रूप से करती है। एसआईआर लोकतंत्र की मजबूती का सबसे प्रभावी साधन है, इसलिए कार्यकर्ताओं को पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ जुटना हैं।

भाजपा महासचिव चुघ रविवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आकाशवाणी तिराहा स्थित होटल रमाया में ग्वालियर-चंबल संभाग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआरआई) को लेकर आयोजित संभागीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और विधायक भगवानदास सबनानी ने भी संबोधित किया।

भाजपा का उद्देश्य मात्र सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि जनसेवा हैचुघ ने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक और प्रत्येक कार्यकर्ता को वोट देने का अधिकार सुनिश्चित करना अत्यधिक जरूरी है और इसी मतदान व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एसआईआर की प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ती है। यह केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए गंभीर जिम्मेदारी है। इसलिए हर कार्यकर्ता को इसे अत्यंत गंभीरता, प्रतिबद्धता और पूर्ण दक्षता के साथ पूरा करना है। मध्य प्रदेश और गुजरात के भाजपा कार्यकर्ता हमेशा से संगठनात्मक गतिविधियों को आगे बढ़ाने, बूथ प्रबंधन मजबूत करने और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे हैं। भाजपा का उद्देश्य मात्र सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि जनसेवा करना है और भाजपा का हर कार्यकर्ता इसी भावना के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाता है।

उन्होंने कहा कि बीएलए हमारी पूरी चुनावी प्रक्रिया की रीढ़ है। बूथ प्रबंधन से लेकर मतदाता सत्यापन तक प्रत्येक कदम पर बीएलए की सजगता और समर्पण ही संगठन को अधिक मजबूत और प्रभावी बनाता है। बीएलए न केवल अपने शक्ति केंद्र पर जाएं, बल्कि प्रत्येक बूथ पर जाकर मतदाताओं को एसआईआर प्रक्रिया पूरी करने में सहयोग दें। मंडल और बूथ स्तर पर बैठकें कर तुरंत कार्य में जुट जाएं। 4 दिसंबर तक वैध मतदाताओं के नामों की सूची तैयार कर जमा कर दी जाए। लोकतंत्र को सशक्त बनाने, वैध मतदाताओं को उनका अधिकार दिलाने और मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध करने के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता पूरी तत्परता और समर्पण के साथ एसआईआर अभियान में जुट जाए।

एसआईआर मतदाता सूची को स्वच्छ, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का माध्यम

भाजपा महासचिव ने कहा कि मतदाता शुद्धिकरण अभियान एक तकनीकी कार्य नहीं, बल्कि लोकतंत्र को शुद्ध, पारदर्शी और सशक्त बनाने का व्यापक प्रयास है। बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व, गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी का संगठन कौशल के साथ-साथ हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम, बूथों पर सजगता और एसआईआर को लागू करने की दृढ़ प्रतिबद्धता थी। मध्य प्रदेश से भी अनेक अनुभवी नेता और कार्यकर्ता बिहार चुनाव में सहयोग के लिए गए थे और उन्होंने स्थानीय टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उस समय विपक्ष भ्रम फैलाने में जुटा हुआ था। कांग्रेस, लालूप्रसाद यादव सहित विपक्षी दल के नेता सभी लगातार वोट चोरी के आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे थे, परंतु सच यह है कि एसआईआर प्रक्रिया ही किसी भी अनियमितता को रोकने और मतदाता सूची को स्वच्छ, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का सबसे शक्तिशाली माध्यम बना है।

बीएलए सक्रिय होने से बूथ मजबूत बनेगा और चुनाव अधिक पारदर्शी होगातरूण चुघ ने कहा कि बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं ने समुद्र मंथन जैसा कठोर परिश्रम किया और जब मंथन होता है, तो हलाहल भी निकलता है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वह हलाहल पीकर लोकतंत्र के अमृत को सुरक्षित रखा। इसीलिए एसआईआर केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति और संगठनात्मक मजबूती का आधार है। बीएलए जितना सक्रिय होगा, बूथ उतना मजबूत बनेगा और चुनाव उतना अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय होगा। निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है। आज बड़ी संख्या में लोग नौकरी या रोजगार के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं, जिससे उनके नाम एक से अधिक स्थानों की सूची में दर्ज हो जाते हैं। कई मतदाताओं की मृत्यु के बाद भी उनके नाम सूची में बने रहते हैं। इसके अलावा कुछ अवांछित नाम जुड़वा देते हैं, ऐसे मामलों की पहचान और सुधार के लिए एसआईआर आवश्यक है। एसआईआर एक संवैधानिक प्रक्रिया है और संविधान में इसके लिए विधिवत प्रावधान किया गया है। पूरी प्रक्रिया के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग और प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय रखते हुए कार्य करना है।

इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह, ऐंदल सिंह कंषाना, संभाग प्रभारी विजय दुबे, सांसद भारत सिंह कुशवाह, प्रदेश उपाध्यक्ष व संभाग प्रभारी डॉ. निशांत खरे, संभाग प्रभारी अभय यादव सहित पार्टी के वरिष्‍ठ नेता, संभाग के प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, एसआईआर के जिला संयोजक, जनप्रतिनिधि एवं बीएलए-1 उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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