उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति का प्रस्ताव— मध्य एशियाई देशों का क्षेत्रीय गठबंधन बनाने की पहल

16 Nov 2025 22:11:00

ताशकंद, 16 नवंबर (हि.स.)। उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्ज़ियोयेव ने रविवार को मध्य एशिया के देशों को एक साझा मंच पर लाने के लिए एक नई क्षेत्रीय संस्था — “कम्युनिटी ऑफ सेंट्रल एशिया” — की स्थापना का प्रस्ताव रखा। उनका कहना है कि इस पहल का उद्देश्य 08 करोड़ से अधिक आबादी वाले इस क्षेत्र में आर्थिक एकीकरण और सहयोग को नई दिशा देना है।

ताशकंद में आयोजित इस बैठक में मध्य एशिया के पांच पूर्व सोवियत गणराज्यों कजाखस्तान, किर्गिजस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं के साथ अजरबैजान के राष्ट्रपति भी शामिल हुए। मिर्जियोयेव ने सुझाव दिया कि अब तक होने वाली अनौपचारिक क्षेत्रीय बैठकों को एक व्यवस्थित और संस्थागत स्वरूप दिया जाना चाहिए, ताकि स्थायी सहयोग सुनिश्चित हो सके।

अपने संबोधन में उन्होंने आर्थिक, सुरक्षा और पर्यावरण से जुड़े क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

मध्य एशिया, जहां खनिज और ऊर्जा संसाधनों की भरमार है, परंपरागत रूप से रूस के प्रभाव में रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में पश्चिमी देशों ने भी इस क्षेत्र में अपनी दिलचस्पी बढ़ाई है। चीन पहले से ही यहां व्यापार और निवेश के मामले में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।

उज्बेक प्रस्ताव पर बाकी देशों की तत्काल प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, हालांकि पिछले कुछ वर्षों में सभी देशों ने क्षेत्रीय एकता को आगे बढ़ाने की इच्छा जताई है। कभी सीमा विवाद और राजनीतिक तनावों से ग्रस्त यह क्षेत्र अब सहयोग की नई राह तलाश रहा है। इसी वर्ष किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान ने लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को सुलझाकर शांति स्थापित की थी।

इसके अलावा, हाल ही में सभी पांच मध्य एशियाई राष्ट्रों के नेता एक साथ वॉशिंगटन पहुंचे थे, जहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर क्षेत्रीय विकास को लेकर चर्चा की।

मिर्जियोयेव ने यह भी जानकारी दी कि सभी देशों ने अजरबैजान, गोलिक रूप से मध्य एशिया का हिस्सा नहीं है, को अपनी नियमित बैठकों में शामिल करने पर सहमति व्यक्त की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय

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