
नई दिल्ली, 17 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण विकास के अगले चरण के लिए एक स्पष्ट रोडमैप जारी किया। इस रोडमैप के तहत उन्होंने मज़बूत डिज़ाइन टीम, सिक्स सिग्मा गुणवत्ता एवं आत्मनिर्भर घरेलू आपूर्ति श्रृंखलाओं को मज़बूत बनाने पर जोर दिया।
इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के सदस्यों और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में तेज़ी से हुई प्रगति ने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है। देश एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र 2030-31 तक विनिर्माण मूल्य में 500 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना के अंतर्गत 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 7,172 करोड़ रुपये की 17 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
इसमें मुख्यतौर पर मज़बूत डिज़ाइन टीमों का विकास, सभी 'मेड इन भारत' उत्पादों के लिए सिक्स सिग्मा गुणवत्ता प्राप्त करना और स्वदेशी को बढ़ावा देना शामिल है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में घोषित 5,532 करोड़ रुपये के सात आवेदनों को मंज़ूरी के क्रम में, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक्स घटक विनिर्माण योजना (ईसीएमएस) के अंतर्गत 17 और प्रस्तावों को मंज़ूरी दे दी है। ये स्वीकृत परियोजनाएं देश भर में फैली हुई हैं, जिनमें कुल 7,172 करोड़ रुपये का निवेश, 65,111 करोड़ रुपये का संचयी अनुमानित उत्पादन और 11,808 प्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर सृजित होंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी