

नमक्कल, 17 नवंबर (हि.स.)। अंडा निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जिले नमक्कल में अंडों की कीमत पोल्ट्री फार्मिंग के 55 सालों के इतिहास में अभूतपूर्व ऊंचाई पर पहुंच गई है। खुदरा दुकानों में एक अंडा 7 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अंडा उत्पादक इस महंगाई के पीछे निर्यात और आपूर्ति बढ़ना मान रह हैं, लेकिन उपभोक्ता
परेशान है।
नमक्कल अंडों के लिए प्रसिद्ध है। भारत के अंडा निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस जिले को 'अंडा नगरी' कहा जाता है। इस जिले में एक हज़ार से ज़्यादा पोल्ट्री फार्मों में करोड़ों अंडे देने वाली मुर्गियां पाली जा रही हैं। हर दिन करोड़ों अंडे उत्पादित किए जाते हैं और विदेशों में भेजे जाते हैं।
इस प्रकार, राष्ट्रीय अंडा समन्वय समिति (एनईसीसी) नमक्कल क्षेत्र में उत्पादित अंडों की कीमत प्रतिदिन तय कर रही है। पिछले साल 4 दिसंबर को एक अंडा अधिकतम 5.90 रुपये में बिका था। यह नमक्कल जिले में अंडों के इतिहास में सबसे अधिक कीमत थी। अब 11 महीने बाद, अंडों की कीमत अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है। एक अंडे के क्रय मूल्य में 5 पैसे की वृद्धि की गई है और कीमत 6 रुपये तय की गई है। नमक्कल मुर्गीपालन के 55 साल के इतिहास में पहली बार अंडों के मूल्य में भारी वृद्धि हुई है। परिणामस्वरूप, खुदरा दुकानों में एक अंडा 7 रुपये तक बिक रहा है। इस मूल्यवृद्धि जनता हतप्रभ है।
इस मूल्य वृद्धि पर किसानों का कहना कि उत्तरी राज्यों में सर्दी शुरू होने के कारण अंडे का उत्पादन कम हो जाता है और खपत बढ़ गई है। इसी तरह, आमतौर पर विदेशों में 30 लाख अंडे निर्यात किए जाते थे। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन लगभग 1 करोड़ अंडे निर्यात किए जा रहे हैं। इसके अलावा, कच्चे माल की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण भी अंडों की कीमत में वृद्धि हुई है। भविष्य में नमक्कल में अंडे की कीमत अधिकतम और बढ़ सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV