लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर न्याय, करुणा और अदम्य साहस की प्रतीक : रेखा गुप्ता

19 Nov 2025 23:56:01
लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार आयोजित कार्यक्रम  उन्हें नमन करतीं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता


नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स.)। लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की जयंती के उपलक्ष्य में बुधवार को सांस्कृतिक, नाट्य एवं नृत्य-नाटिका कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहीं। साथ ही कला एवं संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में अहिल्या बाई होलकर के योगदान, उनके नारी-शक्ति के स्वरूप और धर्म-संरक्षण को दर्शाने वाली विविध प्रस्तुतियां हुईं। कार्यक्रम का आयोजन एलपीजी ऑडिटोरियम कॉपरनिकस मार्ग दिल्ली में हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर केवल एक पराक्रमी शासक ही नहीं थीं बल्कि न्याय, करुणा, समरसता, नीति-सिद्धांत और अदम्य साहस की प्रतीक थीं। उन्होंने भारतीय समाज को यह संदेश दिया कि शासन का मूल आधार जनकल्याण, समानता, नैतिकता और धर्मनिष्ठ नेतृत्व होना चाहिए। अहिल्याबाई ने महिलाओं की प्रतिष्ठा और अधिकारों के संरक्षण का मार्ग दिखाया और उनका जीवन आज भी नारी सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण की प्रेरक धरोहर है।

मुख्यमंत्री ने इतिहास के पन्नों में दर्ज तमाम उदाहरण बताते हुए कहा कि भारत में महिलाओं को प्राचीन काल से ही शिक्षा, समानता, निर्णय क्षमता और सामाजिक नेतृत्व का अधिकार प्राप्त था। उन्होंने कहा कि हमारे ग्रंथ, उपनिषद और पौराणिक कथाएं स्पष्ट प्रमाण हैं कि भारतीय समाज में महिलाएं राज्य संचालन, सैन्य प्रशिक्षण, ज्ञान-विज्ञान और नीति निर्धारण के केंद्र में रही हैं। आज का भारत ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से आगे बढ़कर ‘बेटी को नेतृत्व दो’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का संघर्ष और नेतृत्व इस बात का जीवंत प्रमाण है कि साहस, कर्तव्यनिष्ठा और नैतिकता किसी लिंग पर निर्भर नहीं होती। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार, लोकमाता अहिल्याबाई के आदर्शों को आत्मसात करते हुए एक समानता-आधारित और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती वर्षभर देशभर में मनाई जा रही है। दिल्ली में भी विविध सांस्कृतिक, शैक्षणिक और जनजागरण आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग उनके जीवन, दर्शन और योगदान से प्रेरणा ले सकें। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जीवनगाथा करोड़ों भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी। उनकी स्मृति में दिए गए प्रत्येक श्रद्धा सुमन से हम नारी सशक्तिकरण के मार्ग को और मजबूत करते हैं।

कपिल मिश्रा ने कहा देवी अहिल्या बाई होलकर अमर रहें, देवी अहिल्या बाई होलकर अमर रहें, मैं सबसे पहले चाहता हूं कि यह पूरा सभागार जोरदार तालियों से दिल्ली की संस्कृति और इस आयोजन का स्वागत करे।

आज का यह कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं बल्कि उनके जीवन से सीखने का महत्वपूर्ण अवसर है। यह नाटक मंचन हमें याद दिलाता है कि कला एवं संस्कृति मंत्रालय द्वारा बीते 6-7 महीनों में दिल्ली में जितने भी कार्यक्रम आयोजित हुए, उन सबके पीछे मुख्यमंत्री का यह दूरदर्शी विजन है कि कला एवं संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया जाए और उसे हर नागरिक के जीवन का हिस्सा बनाया जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव

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