सब्सक्रिप्शन के लिए खुला एक्सेलसॉफ्ट का आईपीओ, 21 नवंबर तक कर सकते हैं आवेदन

19 Nov 2025 12:53:00
सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च हुआ एक्सेलसॉफ्ट का आईपीओ


नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स.)। एडटेक कंपनी एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया गया। इस आईपीओ में 21 नवंबर तक बोली लगाई जा सकती है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 24 नवंबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा, जबकि 25 नवंबर को अलॉटेड शेयर डीमैट अकाउंट में क्रेडिट कर दिए जाएंगे। कंपनी के शेयर 26 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो सकते हैं।

इस आईपीओ में बोली लगाने के लिए 114 रुपये से लेकर 120 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 125 शेयर का है। एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के इस आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स कम से कम 1 लॉट यानी 125 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें 14,874 रुपये का निवेश करना होगा। वहीं खुदरा निवेशक इस आईपीओ में 1,95,000 रुपये के निवेश से अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले कुल 4,16,66,666 शेयर जारी हो रहे हैं। इनमें 180 करोड़ रुपये के 1.50 करोड़ नए शेयर और 320 करोड़ रुपये के 2,66,66,666 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे जा रहे हैं।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत में उतार चढ़ाव होता रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 22.41 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 12.755 करोड़ रुपये हो गया। वहीं वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध लाभ उछल कर 34.69 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 में कंपनी को 6.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है।

इस दौरान कंपनी की राजस्व प्राप्ति में लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 197.97 करोड़ का कुल राजस्व प्राप्त हुआ, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 200.70 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 248.80 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 में कंपनी को 60.28 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो चुका है।

इस अवधि में कंपनी के कर्ज में भी लगातार कमी आई। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 118.09 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 76.73 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 में कम होकर 26.59 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 की बात करें, तो इस दौरान कंपनी पर लदे कर्ज का बोझ 37.82 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।

इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में ये 276.48 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो 2023-24 में बढ़ कर 295.71 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह 2024-25 में कंपनी का रिजर्व और सरप्लस 269.66 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 तक ये 274.25 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

इसी तरह ईबीआईटीडीए (अर्निंग बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्सेज, डिप्रेशिएशंस एंड एमॉर्टाइजेशन) 2022-23 में 68.78 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो 2023-24 में बढ़ कर 54.97 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह 2024-25 में कंपनी का ईबीआईटीडीए 73.26 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 तक ये 10.18 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

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