फ्लिपकार्ट समूह ने सालाना 21 हजार टन से ज्यादा कचरा करके जीरो वेस्ट सिस्टम को दी मजबूती

19 Nov 2025 17:29:00
ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट के लोगो का प्रतीकात्‍मक चित्र


- कंपनी के 12 सर्टिफाइड केंद्रों का वेस्ट डायवर्जन रेट 96 फीसदी से ऊपर पहुंचा

नई दिल्‍ली, 19 नवंबर (हि.स)। देश के ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने सालाना 21 हजार टन से ज्यादा कचरे को डायवर्ट कर कूड़ाघरों में फेंके जाने से बचाया है। इसी के साथ कंपनी के 12 सर्टिफाइड केंद्रों का वेस्ट डायवर्जन रेट (कचरा डायवर्ट करने की दर) 96 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है। फ्लिपकार्ट 2023 से जीरो वेस्ट की दिशा में प्रयासरत है और यह उपलब्धि उल्लेखनीय पड़ाव है।

फ्लिपकार्ट के मुताबिक कंपनी के प्रयासों से आठ और केंद्रों को ग्रीन बिजनेस सर्टिफिकेशन इंक (जीबीसीआई) की तरफ से ट्रू (टोटल रिसोर्स यूज एंड एफिशिएंसी) गोल्ड सर्टिफिकेशन मिला है। इस तरह देशभर में फ्लिपकार्ट के कुल 12 ऐसे केंद्र हो गए हैं, जिन्हें ट्रू गोल्ड सर्टिफिकेट मिला है। यह सर्टिफिकेट ऐसे केंद्रों को दिया जाता है, जहां अपनी श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ (बेस्ट इन क्लास) रिसोर्स मैनेजमेंट के तरीके अपनाकर रिडक्शन (कचरा कम करना), रीयूज (पुन: प्रयोग करना), रीसाइकिलिंग और रिकवरी के माध्यम से कम से कम 90 फीसदी कचरे को कूड़घरों में जाने से बचाया जाता है। हाल ही में फ्लिपकार्ट के जिन केंद्रों को सर्टिफिकेट मिला है, उनमें आरडीसी कलकत्ता, सांपका, फर्रुखनगर एफसीएससी, साईधाम ग्रॉसरी और एफसी, आंजनेय, मेडचल एवं याकुबपुर शामिल हैं। इन केंद्रों से कुल 15,846 टन कचरा निकला, जिसमें से 15,221 टन कचरे को अलग-अलग तरीकों से डायवर्ट करते हुए कूड़ाघर तक नहीं जाने दिया गया। इस तरह 96 फीसदी का डायवर्जन रेट रहा।

फ्लिपकार्ट ग्रुप के हेड ऑफ सस्टेनेबिलिटी निशांत गुप्ता ने इस उपलब्धि को लेकर कहा कि हमारी प्रगति इस भरोसे को दिखाती है कि कचरे को संसाधन के रूप में अपनाया जाना चाहिए। हमारे ट्रू गोल्ड सर्टिफिकेट प्राप्त नेटवर्क का बढ़ना एक सतत व्यवस्था, जिम्मेदारी से परिचालन और हर दिन पर्यावरण के अनुकूल प्रक्रियाओं की जिम्मेदारी लेने वाली टीम के प्रयासों का नतीजा है। हमने 2023 में रखी गई मजबूत नींव पर आगे कदम बढ़ाया है और ज्यादा डाटा, बेहतर सर्कुलैरिटी एवं संसाधनों की दक्षता पर फोकस के साथ अपने प्रयासों को विस्तार दिया है। हम लगातार विकास कर रहे हैं और विकास के इस रास्ते पर बढ़ते हुए हम जिम्मेदारी के साथ कचरा प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद मिले और परिचालन में भी लाभ हो।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

Powered By Sangraha 9.0