
काठमांडू, 19 नवंबर (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी के दो बड़े नेताओं का विरोध करते हुए जेन जी समूह के आंदोलन के बाद काठमांडू से सिमरा की ओर जाने के लिए तैयार विमान को बुधवार की सुबह रन-वे से वापस किया गया। उसके बाद सिमरा जाने वाली सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया।। इसी विमान में एमाले के महासचिव शंकर पोखरेल और पूर्व मंत्री महेश बस्नेत सवार थे।
सिमरा जाने के लिए तैयार एटीआर विमान में 66 यात्री सवार थे। इंजन शुरू हो चुका था। केबिन क्रू के निर्देशानुसार यात्रियों ने सीट बेल्ट बांध ली थी। कैप्टन शैलेश रावल काठमांडू टावर से टैक्सीवे पर विमान ले जाने की अनुमति मांगने ही वाले थे कि अचानक एयर ट्रैफ़िक कंट्रोलर (एटीसी) ने सूचना दी- “सिमरा हवाईअड्डे में आंदोलनकारी घुस गए हैं। सिमरा एयरपोर्ट बंद हो गया है। विमान रोकना होगा।”
सिमरा एयरपोर्ट के टावर से यह जानकारी काठमांडू टावर तक पहुंचाई गई। इसके बाद बुद्ध एयर के कॉल साइन “November India” वाले विमान के कॉकपिट में यह सूचना आते ही दोनों इंजन बंद करने का निर्णय लिया गया।
कॉकपिट से केबिन क्रू को यात्रियों को यह सूचित करने के लिए कहा गया कि अब विमान सिमरा नहीं जा पाएगा। एयरहोस्टेस ने उड़ान रद्द होने की सूचना दी, लेकिन सिमरा एयरपोर्ट बंद होने का वास्तविक कारण तत्काल यात्रियों को नहीं बताया गया। साथ ही यह जानकारी दी गई कि यदि आगे उड़ान बहाल हुई तो यात्रियों को फिलहाल टर्मिनल में ही प्रतीक्षा करनी होगी।
उस समय विमान में मौजूद अधिकांश लोगों को यह पता नहीं था कि विमान बंद होने का कारण वहां मौजूद यूएमएल महासचिव शंकर पोखरेल और महेश बस्नेत की एक कार्यक्रम में भागीदारी का विरोध था। पायलटों को भी बाद में खबरों से असली कारण पता चला। यात्रियों को बस के माध्यम से टर्मिनल में भेजा गया, जहाँ उन्हें युवा संघ और जेन जी समूह के बीच हुए संघर्ष के बारे में जानकारी मिली।
यह बुद्ध एयर का एटीआर विमान नेपालगंज से लौटकर काठमांडू से सिमरा जाने वाला था। इसकी उड़ान सुबह 10:30 बजे निर्धारित थी, लेकिन हल्की देरी के कारण 11 बजे उड़ान भरने की तैयारी थी। उधर सिमरा से भी लगभग 60 यात्री काठमांडू आने की प्रतीक्षा में थे, लेकिन उड़ान रद्द होने से वे भी फँस गए।
सिमरा एयरपोर्ट पर तनाव बढ़ने के बाद बुद्ध एयर ने बुधवार को दोनों ओर की कुल 8 उड़ानें रद्द कर दीं। सिमरा एयरपोर्ट प्रमुख विश्वप्रसाद अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक उपद्रव के कारण एयरपोर्ट बंद करने का यह पहला मामला है।
एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार पर दो समूहों के बीच मारपीट, पत्थरबाजी और भगदड़ जैसी स्थिति बनने पर नागरिक उड्डयन कार्यालय, सिमरा ने कानूनी अधिकार प्रयोग करते हुए सुरक्षा कारणों से हवाईअड्डा बंद करने और जिला सुरक्षा समिति से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की।
अनुरोध के बाद मुख्य जिला अधिकारी ने कर्फ्यू आदेश जारी किया। बुद्ध एयर के निदेशक रूपेश जोशी ने बताया—“एयरपोर्ट की तरफ से ही उड़ान बंद करने को कहा गया था, इसलिए बुधवार की काठमांडू–सिमरा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। बुधवार को प्रभावित यात्रियों के लिए गुरुवार को दो अतिरिक्त उड़ानें निर्धारित की गई हैं।”
काठमांडू–सिमरा रूट पर भारतीय नागरिक, व्यापारी और स्थानीय यात्रियों का उच्च दबाव रहता है। इस रूट पर केवल बुद्ध एयर ही प्रतिदिन दोनों तरफ 10 उड़ानें संचालित करता है। बुधवार को आठ उड़ानें रद्द होने से कंपनी को लगभग 40 लाख नेपाली रुपये का नुकसान हुआ है।
सिमरा एयरपोर्ट की सुरक्षा में एक सब इंस्पेक्टर की कमान में 15 पुलिसकर्मी तैनात थे। बुधवार को जिला सुरक्षा समिति ने 12 पुलिसकर्मी और तैनात किए। एयरपोर्ट कार्यालय के अनुसार शाम तक स्थिति सामान्य होने लगी थी, इसलिए गुरुवार से नियमित उड़ान संचालन शुरू होने की उम्मीद है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास