शहीद के भाई को सरकारी नौकरी, परिजन की सभी जरूरतों का रखेंगे ध्यान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

19 Nov 2025 22:52:01
सीएम मोहन यादव


मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा (फाइल फोटो)


- नक्सली मुठभेड़ में निरीक्षक की शहादत पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने व्यक्त कीं संवेदनाएं

भोपाल, 19 नवम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान में मध्य प्रदेश के बालाघाट में हॉक फोर्स में निरीक्षक आशीष शर्मा बहादुरी से मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ने निरीक्षक की शहादत पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार सदैव हमारे जवानों के साथ है। बहादुर जब वीरगति को प्राप्त होते हैं, तो उन्हें स्वत: ही भगवान के श्रीचरणों में स्थान मिलता है। राज्य सरकार दु:ख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। हम शहीद के छोटे भाई को सरकारी नौकरी प्रदान करेंगे। शहीद के परिवार की सभी आवश्यकताओं का भी ध्यान रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को सतना जिले के नागौद में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं हमारे संकल्प की सिद्धि में बाधक नहीं बनेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई जारी रखेंगे, जो गरीबों और लाचारों पर अन्याय करते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नक्सलवादियों के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित देशभर में लगातार कार्रवाई कर रही है। बुधवार को छत्तीसगढ़ में ज्वाइंट ऑपरेशन में केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के बहादुरी से वीरगति प्राप्त करने का दु:खद समाचार मिला है। हमारी सरकार शहीद के परिवार के लिए सभी प्रबंध करेगी। सरकार दुख की इस घड़ी में उनके साथ है। शहीद के परिजन को सम्मान निधि सहित सारी सुविधाएं भी देने के प्रयास करेंगे।

एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीजीपी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया था। तीनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र के बोर तालाब के पास नक्सलियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। पुलिस के पहुंचने पर नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। तीनों टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर आशीष शर्मा को गोली लग गई। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा मूल रूप से नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में बोहानी गांव के रहने वाले थे। उनका चयन 2016 में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था। इससे पहले वे इंटेलिजेंस में आरक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे थे। नक्सलियों का एनकाउंटर करने पर पुरस्कार स्वरूप मध्य प्रदेश सरकार ने आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया था। उनके शहीद होने की सूचना के बाद नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया समेत पुलिस बल शहीद निरीक्षक के घर के लिए रवाना हो गया है।

एसएसपी संदीप भूरिया ने बताया कि अभी शहीद के घर में जानकारी नहीं दी है। सिर्फ उनके भाई को बताया है, जो पार्थिव शरीर लेने बालाघाट के लिए रवाना हो गए हैं, जिसे गुरुवार सुबह नरसिंहपुर जिले के बोहानी गांव लाया जाएगा। अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री के आने की संभावना है। इसके चलते बोहानी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के ग्राउंड में हेलीपैड बनाने के लिए कलेक्टर, एसपी समेत प्रशासन के अधिकारियों ने निरीक्षण किया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

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