
नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स.)।
स्विट्ज़रलैंड के महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को इंटरनेशनल टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। रोड आइलैंड स्थित हॉल ऑफ फेम ने बुधवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की।
फेडरर, जो 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी हैं, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच के साथ टेनिस के स्वर्णिम युग का हिस्सा रहे। वर्ष 2026 की श्रेणी में प्लेयर कैटेगरी से चुने जाने वाले वे एकमात्र उम्मीदवार हैं। हॉल ऑफ फेम आमतौर पर वोटिंग के नतीजे सार्वजनिक नहीं करता।
टीवी उद्घोषक और पत्रकार मैरी कैरिलो को कॉन्ट्रिब्यूटर कैटेगरी में चुना गया है। आधिकारिक इंडक्शन समारोह अगस्त में आयोजित होगा।
फेडरर ने इस सम्मान पर कहा,
मैं हमेशा टेनिस के इतिहास और अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित उदाहरणों को महत्व देता आया हूँ। इस तरह की मान्यता मिलना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात है।
रोजर फेडरर का पेशेवर करियर कई उपलब्धियों से भरा रहा। उनका पहला ग्रैंड स्लैम खिताब 2003 में विंबलडन में आया, जहाँ उन्होंने अपनी शानदार प्रतिभा का पहला बड़ा प्रदर्शन किया। 2009 में उन्होंने विंबलडन खिताब जीतकर पीट सम्प्रास का 14 ग्रैंड स्लैम का रिकॉर्ड तोड़ा और यह उपलब्धि एंडी रॉडिक के खिलाफ रोमांचक फाइनल में हासिल की, जो पाँच सेटों तक चला और 16-14 के स्कोर पर समाप्त हुआ। इसके बाद 2018 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में फेडरर ने अपना 20वाँ ग्रैंड स्लैम जीता, जो उनके करियर का एक और स्वर्णिम क्षण बना।
फेडरर की खेल शैली उनकी पहचान रही—उनकी फोरहैंड, क्लासिक सर्व, आक्रामक ऑल-कोर्ट प्ले और सहज फुटवर्क ने उन्हें अलग मुकाम दिलाया। अपने करियर में उन्होंने कुल 103 खिताब और 1,251 एकल मैच जीते, जो ओपन एरा में जिमी कॉनर्स के बाद दूसरे स्थान पर है। एटीपी रैंकिंग में भी उन्होंने प्रभुत्व जमाए रखा और 237 लगातार सप्ताह तक विश्व नंबर-1 रहते हुए कुल 310 सप्ताह तक शीर्ष स्थान पर कायम रहे। उन्होंने स्विट्ज़रलैंड को 2014 का डेविस कप जिताया और 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्टान वावरिंका के साथ मिलकर पुरुष युगल में स्वर्ण पदक जीता।
फेडरर की निरंतरता उनके करियर की विशेष पहचान रही। 2005 से 2007 के बीच वे लगातार 10 ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुँचे और इनमें से आठ जीते। इस अवधि के दौरान वे 18 में से 19 स्लैम फाइनल में भी पहुँचे। इसके अलावा उन्होंने ग्रैंड स्लैम में लगातार 23 सेमीफाइनल और 36 क्वार्टरफाइनल में पहुँचने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया। यह उपलब्धियाँ उन्हें टेनिस इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में शामिल करती हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे