
हैदराबाद, 19 नवंबर। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार ने कहा कि माओवादी हिंसा के लिए “अर्बन नक्सल” जिम्मेदार हैं, जो दलित-आदिवासी युवाओं को उकसाकर उन्हें नक्सलवाद की ओर धकेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब निर्दोष माओवादी मारे जा रहे हैं, तब अर्बन नक्सल शहरों में संपत्ति बढ़ाने और सरकारी नामांकित पदों पर कब्जा जमाने में लगे हैं।
करीमनगर संसदीय क्षेत्र में आयोजित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा माओवाद के खिलाफ रही है और बंदूक के बल पर सत्ता हासिल करने की सोच कभी सफल नहीं हो सकती।
बंडी संजय ने कहा कि अर्बन नक्सल निर्दोष लोगों का इस्तेमाल करते हैं और उनकी मौतों के लिए वे जिम्मेदार हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग सरकार की “जन-विरोधी नीतियों” के नाम पर आंदोलन की बात करते हैं, वही कांग्रेस सरकार में नामांकित और कमीशन वाले पदों पर क्यों बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की विकास योजनाओं ने भारत को आर्थिक प्रगति में ऊंचे स्थान पर पहुंचाया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। जंगलों में रहने वाले माओवादी समर्थकों को संदेश देते हुए उन्होंने अपील की कि “अर्बन नक्सल आपको भटका रहे हैं, जबकि वे खुद सत्ता और संपत्ति का आनंद ले रहे हैं।”
बंडी संजय ने भरोसा दिलाया कि गृहमंत्री अमित शाह ने जो वादा किया है, वह पूरा होगा और अगले साल मार्च तक नक्सलवाद को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में आने की अपील की।
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद का समर्थन करने वाला कोई भी व्यक्ति अपराधी है और जब माओवादी स्वयं हथियार छोड़ रहे हैं, तब अर्बन नक्सलों द्वारा हिंसा के लिए उन्हें उकसाना किसी भी तरह स्वीकार्य नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव