
काठमांडू, 20 नवंबर (हि.स.)। नेपाल में युवाओं के विद्रोह के बाद नियुक्त की गईं अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के प्रति भी जेन जी समूह में नाराजगी हो गई है। जेनजी आंदोलन की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल होने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को 23 जेनजी समूहों ने उन्हें हटाने की मांग की है। युवाओं ने आज राष्ट्रपति कार्यालय में एक ज्ञापन देकर विरोध दर्ज कराया है।
राष्ट्रपति कार्यालय में ज्ञापन पत्र जमा करने वालों में अधिकांश राजावादी जेनजी समूह शामिल हैं। जेनजी विद्रोह के बाद गठित सुशीला कार्की नेतृत्व वाली सरकार से बड़े भ्रष्टाचार मामलों में संलग्न लोगों के खिलाफ कार्रवाई तथा प्रत्यक्ष निर्वाचित प्रधानमंत्री व्यवस्था के लिए संविधान संशोधन किए जाने की अपेक्षा थी, परंतु ऐसा न होने की बात जेनजी समूहों ने कही है।
इसके अतिरिक्त आंदोलन के दौरान दमन करने वालों पर कार्रवाई, घायलों का उपचार और शहीद परिवारों को उचित क्षतिपूर्ति जैसी न्यूनतम मांगें भी पूरी न होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि कार्की को सरकार से वापस बुलाया जाए और जेनजी समूहों के नेतृत्व में नई सरकार गठन के लिए मध्यस्थता की जाए।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास