
नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) के कलादर्शन विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय वार्षिक दिवस समारोह का गुरुवार को भव्य समापन हुआ।
इस समारोह में कला, संस्कृति, संगीत और नृत्य की समृद्ध परंपराओं का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने दिल्ली के कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर कलादर्शन विभाग द्वारा आयोजित 'सौहार्द: समृद्ध सद्भाव की चित्र प्रदर्शनी' सद्भाव और एकता के संदेश को चित्रों के माध्यम से दर्शाती है।
वहीं, 'पूर्वोत्तर राज्यों के सांस्कृतिक परिदृश्यों में सुषिर वाद्यों की संरचना और स्वरूप' संस्कार भारती के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह प्रदर्शनी पूर्वोत्तर भारत की विविध और अनूठी संगीत परंपराओं पर केंद्रित थी।
आज मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की गईं। इनमें डॉ. सुभद्रा देसाई ने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को एक मधुर यात्रा पर ले गया।
समारोह का समापन आभा श्रीवास्तव एवं समूह द्वारा प्रस्तुत बुंदेलखंड के बधाई नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति के साथ हुआ। यह नृत्य उत्सव और खुशी का प्रतीक था, जिसने दर्शकों में नई ऊर्जा का संचार किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रद्धा द्विवेदी