(साक्षात्कार) आत्मनिर्भरता और स्वदेशी का प्रतीक बना खादी: मनोज कुमार

20 Nov 2025 19:10:01
खादी ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन मनोज कुमार


सुनील कुमार सक्सेना

नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के चेयरमैन मनोज कुमार ने कहा कि खादी केवल एक उत्पाद नहीं, बल्कि एक विचार है और आत्मनिर्भर भारत एवं स्वदेशी का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के अनुरूप युवाओं को जोड़ने में केवीआईसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री के इस मंत्र ने पूरे भारत को एकजुट कर दिया है और पिछले 11 वर्षों में खादी सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन चुका है।

भारत मंडपम में 14 से 27 नवंबर तक चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में खादी पवेलियन का दौरा करने आए केवीआईसी के चेयरमैन मनोज कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दो अक्टूबर को खादी भवन में आकर खादी वस्तुओं की खरीदारी कर एक बड़ा संदेश दिया था कि देश का हर एक परिवार साल में एक बार में पांच हजार रुपये की खरीदारी करे। उसके बाद खादी के प्रति लोगों का रुझान और अधिक बढ़ा है।

एक सवाल पर चेयरमैन मनोज कुमार ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत के मंत्र के साथ खादी को और ऊंचाई पर ले जाना है। इसके लिए हम बात करेंगे खादी, स्वदेशी, मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत की। भारत के विश्व गुरु बनने के लिए खादी संस्थाओं को आगे बढ़ाने संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि खादी ग्रामोद्योग के साथ देशभर में तीन हजार खादी संस्थाएं जुड़ी हुई हैं। इसके माध्यम से पांच लाख लोग काम करते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि इनमें 80 प्रतिशत महिलाएं इससे जुड़ी हैं। खादी एक मात्र विभाग है जो इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार दे रहा है। आज खादी ग्रामोद्योग दो करोड़ लोगों को रोजगार दे रहा है। ग्रामीण भारत के लिए इतना बड़ा काम करने का उदाहरण कम ही मिलेंगे।

एक सवाल के जवाब में केवीआईसी के चेयरमैन ने कहा कि कनाट प्लेस स्थित खादी भवन का नवीनीकरण अैार सौन्दर्यीकरण का कार्य चल रहा है। इस भवन को और भव्य बनाने का काम अगले पांच माह में पूरा होने की संभावना है।

चेयरमैन मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में खादी सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन चुका है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को नई दिशा मिली है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की पहल से ‘खादी क्रांति’ ने पिछले 11 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग के कारोबार को 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंचा दिया है।

वार्ता के दौरान चेयरमैन ने लोगों से अपील की कि वो स्वदेशी उत्पाद खरीदें ताकि ग्रामीण क्षेत्र में केवीआईसी से जुड़े लाखों कारीगरों को आजीविका के अवसर मिलें और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया जा सके।-------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील सक्सेना

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