आईजीएनसीए में दो दिवसीय वार्षिक दिवस समारोह शुरू

20 Nov 2025 01:35:00
आईजीएनसीए में दो-दिवसीय वार्षिक समारोह


आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय


आईजीएनसीए में दो-दिवसीय वार्षिक दिवस समारोह


नई दिल्ली, 20 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली स्थित इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) ने दो-दिवसीय वार्षिक दिवस समारोह का शानदार शुभारम्भ किया। इस उत्सव के दौरान, संस्थान परिसर में कला प्रदर्शनी के साथ-साथ मनमोहक संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं।

आईजीएनसीए की विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने संस्कार भारती के सहयोग से कलादर्शन प्रभाग द्वारा आयोजित अनूठी प्रदर्शनी ‘सौहार्द’ का उद्घाटन किया, जिसमें भारत के सांस्कृतिक स्थलों और पंढरपुर वारी यात्रा से जुड़े मनोरम चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इसके साथ ही एक और अनूठी प्रदर्शनी ‘पूर्वोत्तर भारतीय राज्यों के सांस्कृतिक परिदृश्य में सुषिर वाद्यों की संरचना और स्वरूप’ का उद्घाटन भी किया गया।

कलादर्शन के वार्षिक दिवस के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता आईजीएनसीए सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने की।

कलादर्शन प्रभाग द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी के क्यूरेटर सिक्किम विश्वविद्यालय के संगीत विभाग (बांसुरी) के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार हैं। इसमें पूर्वोत्तर राज्यों के अनूठे वाद्ययंत्र प्रदर्शित किए गए हैं, जिसमें सिक्किम का वाद्ययंत्र लेप्चा, असम का बांसुरी जैसा वाद्य सिफुंग और शहनाई जैसा वाद्य तंगमुरी सहित दर्जनों अन्य इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं। आईजीएनसीए के दर्शनम् गैलरी में लगी ये प्रदर्शनियां 21 नवंबर, शाम 6 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेंगी।

इस मौके पर सेनिया घराने के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सारंगी वादक उस्ताद कमाल साबरी ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद, संगीता चट्टर्जी एवं कल्पतरु डांस एन्सेम्बल की ओर से 'दिव्य रास’ कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी, जिसने राधा-कृष्ण की लीलाओं को नृत्य और संगीत के माध्यम से जीवंत कर दिया। इस प्रस्तुति का आयोजन आईजीएनसीए के एनएमसीएम प्रभाग ने किया था।

आयोजन के दूसरे दिन गुरुवार को डॉ. सुभद्रा देसाई हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत और आभा श्रीवास्तव व उनका समूह बुंदेलखंड का बधाई नृत्य प्रस्तुत करेंगे।

वार्षिक दिवस समारोह के पहले दिन कला, संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक विमर्श की समृद्ध परम्पराओं को एक ही मंच पर प्रस्तुत किया गया।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अभिजीत गोखले और प्रो. एस.के. स्वाइन, आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय, सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी, संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले, सिक्किम विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. एसके स्वाइन और आईजीएनसीए के कलादर्शन प्रभाग की अध्यक्ष प्रो. ऋचा कॉम्बोज सहित अन्य अतिथिगण मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रद्धा द्विवेदी

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