उभरती समुद्री चुनौतियों के मद्देनजर नौसेना प्रमुख ने अमेरिकी दौरे में कई अहम वार्ताएं कीं

20 Nov 2025 14:30:01
अमेरिकी दौरे में वार्ता करते नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी


- अमेरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों से समुद्री सहयोग मजबूत करने के मुद्दे पर हुई चर्चा

नई दिल्ली, 20 नवंबर (हि.स.)। अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर गए नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने समुद्री सहयोग को मजबूत करने के मुद्दे पर अमेरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की है। इन वार्ताओं से उभरती समुद्री चुनौतियों के मद्देनजर खुफिया जानकारी और संयुक्त नवाचार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, प्रशिक्षण और अंतर-संचालन के लिए अमेरिका के साथ रास्ते खुले हैं।

अमेरिका के 12 से 17 नवंबर तक दौरे में एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने फोर्ट लेस्ली जे मैकनियर में नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी का दौरा किया और एनडीयू के प्रेसिडेंट वाइस एडमिरल पीटर ए गार्विन से बातचीत की। यह वार्ता प्रोफेशनल मिलिट्री एजुकेशन, दोनों डिफेंस फोर्स के बीच हायर लर्निंग इंस्टीट्यूट के साथ लिंक मजबूत करने, इंटरनेशनल फेलो और मिलिट्री प्रोफेसर के ट्रेनिंग एक्सचेंज और भारत-यूएस डिफेंस संबंधों को और मजबूत करने के लिए शेयर्ड मैरीटाइम इंटरेस्ट के मुद्दों पर फोकस रही। इस दौरान नौसेना प्रमुख ने आइजनहावर स्कूल, नेशनल वॉर कॉलेज और कॉलेज ऑफ इंफॉर्मेशन एंड साइबरस्पेस में एजुकेशन के लिए तैनात भारतीय ऑफिसर से भी बातचीत की।

यात्रा के दौरान​ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने नौसेना सचिव जॉन सी फेलन और युद्ध नीति के अवर सचिव एल्ब्रिज कोल्बी से मुलाकात की।​एडमिरल त्रिपाठी ने वाइस एडमिरल यवेटे डेविड्स, नौसेना संचालन, योजना और रणनीति के उप प्रमुख स्टीव पैरोडे, नौसेना खुफिया के उप निदेशक और रियर एडमिरल रेमंड पी ओवेन्स, नौसेना अंतर​राष्ट्रीय कार्यक्रम कार्यालय के निदेशक के साथ भी बातचीत की।​ समुद्री सहयोग को मजबूत करने, रक्षा उद्योग सहयोग को बढ़ाने, उभरती चुनौतियों की समझ, सूचना साझाकरण, समुद्री डोमेन जाग​रुकता, खुफिया जानकारी और भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच संयुक्त नवाचार, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, प्रशिक्षण और अंतर-संचालन के लिए रास्ते का विस्तार करने की दिशा में अवसरों पर चर्चा आगे बढ़ी।

इसके अलावा क्षेत्रीय सुरक्षा गतिशीलता, विकसित हो रहे इंडो पैसिफिक क्षेत्र वास्तुकला समुद्री साझेदारी, आपसी समझ को मजबूत करने और सुरक्षित, स्थिर और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक को बनाए रख​ने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।​ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने डिजास्टर मैनेजमेंट और ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंस में सेंटर फॉर एक्सीलेंस का दौरा किया। ​नौसेना प्रमुख को सेंटर के विजन, लाइन्स ऑफ़ एफर्ट्स,​ कैपेसिटी बिल्डिंग और रीजनल कोऑपरेशन में इनिशिएटिव्स के बारे में जानकारी दी गई।​ उन्होंने यूएस नेवी के स्टेट-ऑफ़-द-आर्ट आर्ले बर्क क्लास गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर एनीलइनौये का दौरा किया। उन्हें डिस्ट्रॉयर के लेटेस्ट मॉडिफिकेशन, मल्टी-मिशन वर्सेटिलिटी और एडवांस्ड मैरीटाइम सर्विलांस सिस्टम के बारे में जानकारी दी गई।

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने जॉइंट बेस पर्ल हार्बर-हिकम का भी दौरा किया। उन्हें ऑपरेशनल क्षमताओं,​ अमेरिकी पैसिफिक फ्लीट की चल रही पहलों और जॉइंट फैसिलिटी पर आधारित यूनिट्स के बारे में जानकारी दी गई।​ इस दौरे में​ भारत और​ अमेरिका मैरीटाइम फोर्स के बीच इंटरऑपरेबिलिटी को मजबूत करने और ऑपरेशनल सिनर्जी को बढ़ाने के महत्व पर ज़ोर दिया गया। एडमिरल त्रिपाठी ने यूएस पैसिफिक फ्लीट​ के कमांड​र एडमिरल स्टीफन टी कोहलर और यूएस मरीन फोर्सेज पैसिफिक​ के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेम्स एफ ग्लिन के साथ कई हाई-लेवल मीटिंग कीं।​ इस बातचीत में​ मैरीटाइम सिक्योरिटी और मैरीटाइम कोऑपरेशन को मजबूत कर​ने, इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ा​ने और इंडो-पैसिफिक में ऑपरेशनल एंगेजमेंट पर ​फोकस किया गया। -------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम

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