
नई दिल्ली, 21 नवंबर (हि.स.)। देश में उन्नत टीकों के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने नवी मुंबई स्थित टेकइन्वेंशन लाइफ केयर लिमिटेड को 16-वैलेंट न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी-16) के स्वदेशी उत्पादन के लिए वाणिज्यिक स्तर की सीजीएमपी सुविधा स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता दी है।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, पीसीवी-16 वैक्सीन 16 विशेष न्यूमोकोकल सिरोटाइप पर आधारित है, जो भारत और अन्य निम्न- एवं मध्यम-आय वाले देशों में इनवेसिव न्यूमोकोकल बीमारी, एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस और उच्च मृत्यु जोखिम से जुड़े पाए जाते हैं। इसमें 13 सिरोटाइप वैश्विक टीका प्लेटफॉर्म से मेल खाते हैं, जबकि 12एफ, 15ए और 22एफ जैसे तीन उभरते सिरोटाइप शामिल किए गए हैं ताकि गैर-वैक्सीन समूहों से बढ़ते खतरों के खिलाफ व्यापक सुरक्षा मिल सके।
कंपनी ने वैक्सीन का शुरुआती अनुसंधान फरीदाबाद स्थित बीएसएल-2 फैसिलिटी में किया और बाद में इसे नवी मुंबई के ‘होराइजन’ नामक जीएमपी-अनुरूप उच्च-सुरक्षा आरएंडडी केंद्र में आगे बढ़ाया। इसके डिजाइन और प्रक्रिया को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय पेटेंट भी दायर किया गया है।
टीडीबी का सहयोग मिलने के बाद परियोजना अब पूर्ण पैमाने पर निर्माण की ओर बढ़ेगी, जिससे देश की वैक्सीन आत्मनिर्भरता मजबूत होगी और भविष्य में मल्टीवैलेंट प्लेटफॉर्म विकसित करने की राह भी खुलेगी। टेकइन्वेंशन लाइफ केयर 15 से अधिक पेटेंट हासिल कर चुकी है और कई स्वदेशी टीका परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें भारत का पहला 6-इन-1 मेनिंगोकोकल कंजुगेट वैक्सीन भी शामिल है।
टीडीबी सचिव राजेश कुमार पाठक ने कहा कि पीसीवी-16 जैसी उच्च प्रभाव वाली अगली पीढ़ी की वैक्सीन तकनीक भारत की राष्ट्रीय तैयारी को मजबूत करेगी। वहीं, कंपनी के प्रवर्तकों ने कहा कि टीडीबी का समर्थन बड़े पैमाने पर किफायती उत्पादन को गति देगा और भारत तथा विकासशील देशों के लिए व्यापक कवरेज वाले टीके उपलब्ध कराने में मदद करेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर