
सिकंदराबाद, 21 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को सिकंदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। नौ दिवसीय यह उत्सव राष्ट्रपति निलयम द्वारा संस्कृति मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव का उद्देश्य गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक ही मंच पर प्रदर्शित करना है।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पहले संस्करण में पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक विरासत से लोगों को परिचय कराया गया था और इस बार पश्चिम भारत की विविध एवं गौरवशाली परंपराओं को करीब से समझने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगंतुकों को गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली की लोक-संस्कृति, हस्तशिल्प, नृत्य, संगीत, साहित्य और व्यंजनों की अद्भुत झलक देखने को मिलेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। ऐसे आयोजन विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक-दूसरे को समझने का अवसर प्रदान करते हैं और यह आपसी समझ दृष्टिकोण को व्यापक बनाती है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के महोत्सव लोगों में सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान और उसे संरक्षित करने की प्रेरणा भी जगाते हैं।
राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि भारतीय कला महोत्सव में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे और इस उत्सव का आनंद लेंगे।
उद्घाटन कार्यक्रम में तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री जी. किशन रेड्डी, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, गोवा के राज्यपाल पुसापति अशोक गजपति राजू, तेलंगाना सरकार की मंत्री डी. अनसूया सीतक्का तथा गुजरात सरकार के मंत्री नरेश मगनभाई पटेल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
भारतीय कला महोत्सव 22 से 30 नवंबर तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। प्रवेश निःशुल्क है। आगंतुक स्लॉट बुकिंग के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। साथ ही, वॉक-इन आगंतुकों के लिए मौके पर बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार