अभाविप के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में गोरखपुर के श्रीकृष्ण पाण्डेय को मिलेगा प्रा. यशवंतराव केलकर पुरस्कार, मुख्यमंत्री धामी होंगे शामिल

युगवार्ता    21-Nov-2025
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श्रीकृष्ण पाण्डेय


लखनऊ, 21 नवंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रतिवर्ष प्रदान किए जाने वाला प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार के लिए इस बार गोरखपुर के श्रीकृष्ण पाण्डेय 'आजाद' का चयन किया गया है। यह पुरस्कार देहरादून के अधिवेशन के अंतिम दिन 30 नवंबर को दिया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून स्थित परेड ग्राउंड पर अधिवेशन के निमित्त अस्थायी रूप से बसाए जा रहे 'भगवान बिरसा मुंडा नगर' में 28 से 30 नवंबर तक अभाविप का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित होगा। वर्ष 1991 से दिया जाने वाला पुरस्कार ऐसे प्राध्यापक यशवंतराव केलकर की स्मृति है, जिन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। अभाविप के कार्यविस्तार एवं संगठन को व्यापक स्वरूप देने में उनकी महती भूमिका रही है। यह पुरस्कार अभाविप और विद्यार्थी निधि न्यास की संयुक्त पहल है, जो छात्रों की उन्नति तथा शिक्षा के क्षेत्र में कार्य के लिए प्रतिबद्ध है। इस पुरस्कार का उद्देश्य युवाओं द्वारा किए जा रहे सामाजिक उद्यमों के कार्य को उजागर करना, उन्हें प्रोत्साहित करना, सामाजिक उद्यमशीलता के प्रति युवाओं में कृतज्ञता भाव विकसित करना तथा युवा भारतीयों को सेवा कार्य के लिए प्रेरित करना है। शिक्षा, समाज, पर्यावरण, विज्ञान जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को 'प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार' के रूप में एक लाख रुपये, प्रमाण-पत्र एवं स्मृति-चिह्न दिया जाता है। इस वर्ष यह पुरस्कार उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 30 नवंबर को राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिवस पर प्रदान करेंगे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार इस वर्ष इस पुरस्कार के लिए चयनित 'स्माइल रोटी बैंक फाउंडेशन' के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पांडेय 'आजाद' गोरखपुर तथा आसपास के क्षेत्रों में दो हजार से अधिक निराश्रित मनोरोगियों की सेवा करते हैं और चिकित्सा, दवा और पुनर्वास सहायता प्रदान करते हैं। आजाद ने कारागारों में बंदियों के पुनर्वास, बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन, नशामुक्ति, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। दो पुनर्वास केंद्रों के संचालन तथा निरंतर जन-जागरूकता अभियानों के माध्यम से उन्होंने अनेक बच्चों एवं युवाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया है। उत्तर प्रदेश सरकार एवं विभिन्न संस्थाओं की ओर से उन्हें उनके सामाजिक योगदान के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

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