पूसा में 24 नवंबर से आयोजित होगा छठा अंतरराष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस सम्मेलन

युगवार्ता    21-Nov-2025
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केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान


नई दिल्ली, 21 नवंबर (हि.स.)। विश्वभर के सस्य वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों, नीति–निर्माताओं और विकास साझेदारों का सबसे बड़ा वैश्विक सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस (आईएसी–2025) 24 नवम्बर से 26 नवंबर तक पूसा में आयोजित होगा। भारतीय सस्य विज्ञान सोसाइटी द्वारा आयोजित यह तीन दिवसीय कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी (एनएएएस)तथा ट्रस्ट फॉर एडवांसमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज़ (टीएएएस) के सहयोग से किया जा रहा है।

विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।

कृषि मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार इस कांग्रेस का मुख्य विषय-“स्मार्ट कृषि–खाद्य प्रणालियों और पर्यावरण संरक्षण हेतु सस्य विज्ञान का पुनः अवलोकन”- भविष्य के लिए उत्पादक, जलवायु-सहिष्णु, पर्यावरण–अनुकूल और पोषण–सुरक्षित कृषि तंत्र की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।

इस अवसर पर

राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, ​डॉ. आर.एस. परोड़ा, अध्यक्ष टीएएएस एवं पूर्व सचिव डीएआरई एवं महानिदेशक आईसीएआर,

डॉ. पंजाब सिंह, पूर्व सचिव डीएआरई एवं महानिदेशक आईसीएआर, ​ देवेश चतुर्वेदी, सचिव (कृषि), डॉ. एम.एल. जाट, सचिव डीएआरई एवं महानिदेशक आईसीएआर, डॉ. सी. एच. श्रीनिवास राव, निदेशक, आईसीएआर–आईएआरआई भी उपस्थित रहेंगे।

1000 से अधिक वैश्विक प्रतिभागियों की उपस्थिति इस कांग्रेस को विश्वस्तरीय वैज्ञानिक मंथन का अनूठा मंच बनाती है। कांग्रेस के दौरान प्लेनरी सेशन, थीमैटिक सिम्पोज़िया, लीड लेक्चर, पोस्टर प्रस्तुति, प्रदर्शनी तथा युवा वैज्ञानिक एवं छात्र सम्मेलन के आयोजन की भी व्यवस्था रहेगी।

भारत जलवायु-स्मार्ट, लचीली और सतत कृषि प्रणालियों के वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में उभर रहा है। कांग्रेस में सरकार के विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों से जुड़ी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन,​ प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना,​ मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना,​ पीएम–प्रणाम,

​ डिजिटल कृषि मिशन,​ प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन, पीएम-किसान

कांग्रेस में कार्बन–न्यूट्रल कृषि, इको–न्यूट्रिशन, पुनर्योजी कृषि, डिजिटल कृषि प्रणालियां, किसान–नेतृत्व वाली नवाचार श्रृंखला, कृषि शिक्षा कार्यक्रम आदि विषयों पर भी चर्चा होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

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